आदतन अपराधियों पर सीधी पुलिस की सख्त कार्रवाई – कुल 120 प्रकरण तैयार,
बीरबल समाचार सीधी। पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन, रीवा श्री गौरव राजपूत एवं उप पुलिस महानिरीक्षक रीवा क्षेत्र, रीवा श्री राजेश सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे *“आदतन अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान”* के तहत पुलिस अधीक्षक सीधी डॉ. रविंद्र वर्मा के कुशल मार्गदर्शन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद श्रीवास्तव तथा जिले के समस्त पुलिस अनुविभागीय अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों के नेतृत्व में जिलेभर में संगठित एवं गंभीर अपराधों में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध व्यापक कार्रवाई की गई है। अभियान के तहत विगत 10 दिवस में (01 जून से 10 जून ) अब तक कुल 120 प्रतिबंधात्मक प्रकरण तैयार किए गए हैं।
अभियान की प्रमुख विशेषताएँ:
69 गुंडा फाइलें: गुंडा फ़ाइल ऐसे अपराधियों के विरुद्ध तैयार की गई हैं जो तीन या अधिक बार गंभीर शरीर संबंधी अपराधों (जैसे हत्या, हत्या का प्रयास, गंभीर मारपीट आदि) में लिप्त पाए गए हैं। गुंडा फ़ाइल बनने के बाद इनकी सतत निगरानी की जाती है और पुनः अपराध करने की स्थिति में इनके विरुद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की जाती है ।
14 हिस्ट्रीशीट: हिस्ट्रीशीट ऐसे अपराधियों पर खोली गई है जो तीन या अधिक बार संपत्ति संबंधी अपराधों (जैसे चोरी, लूट, डकैती आदि) में शामिल रहे हैं। इनकी गतिविधियों पर नियमित नजर रखी जाती है, जिससे भविष्य में किसी भी आपराधिक प्रयास को रोका जा सके।
37 जिला बदर प्रकरण: ऐसे अपराधियों की जिला बदर प्रकरण तैयार की गई है जिन्होंने तीन या अधिक गंभीर अपराध कारित किए हैं। अभियान के 10 दिवस मे 37 जिला बदर के प्रकरण प्रस्तावित किये गए हैँ जिनका जिला बदर होने पर उन्हें जिले एवं समीपवर्ती जिलों से निष्कासित किया जाता है। जिला बदर की अवधि में यदि ये अपराधी जिले की सीमा में पाए जाते हैं, तो उनके विरुद्ध माननीय न्यायालय के आदेशानुसार कठोर कार्रवाई की जाती है ।
उद्देश्य एवं प्रभाव: इस प्रतिबंधात्मक कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य जिले में अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखना है। ऐसे अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही से अपराधियों में भय का वातावरण बना रहता है, वहीं आम नागरिकों में सुरक्षा का भाव उत्पन्न होता है। इससे जिले में अपराध दर में गिरावट आती है तथा कानून व्यवस्था सुदृढ़ रहती है।