बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई गलन, 7 डिग्री तक गिरा पारा,
स्कूली छात्रों की ठंड में हो रही ज्यादा फजीहत
दिन में सूर्यदेव के दर्शन होने से कुछ मिल रही राहत,
सीधी। ठंड हवाओं की वजह से हाड़ कंपाने वाली गलन भरी ठंड शुरू हो चुकी है। न्यूनतम तापमान में भी लगातार गिरावट हो रही है। आज 7 डिग्री तक पारा लुढक गया। अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दरअसल उत्तर भारत से आ रही शर्द हवाओं के कारण लगातार मौसम में परिवर्तन देखा जा रहा है। ठंड हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट देखी जा रही है। लोग गलन भरी ठंड से काफी परेशान हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि 14 दिसंबर से एक बार फिर नया सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है। यह सिस्टम पूरे प्रदेश में अपना असर दिखा सकता है। सिस्टम की वजह से कई जगहों में गलन का प्रकोप दिखने की संभावना है। वर्तमान में तीन दिनों से स्थिति यह है कि घर के अंदर गलन भरी ठंड से बचने के लिए लोग दिन के समय घर के बाहर ही धूप का लुत्फ उठाते हुए गुजारते रहे। यह अवश्य है कि शाम ढलते ही गलन भरी ठंड के चलते लोगों की परेशानियां बढ़ जाती हैं। दोपहर में कुछ घंटे तेज धूप खिलने के कारण लोगों को ठिठुरन भरी गलन से बड़ी राहत मिल रही है। सबसे ज्यादा समस्याएं छात्र-छात्राओं की होने वाली है। उन्हे सुबह स्कूल जाने के लिए जल्द उठने और तैयार होने की समस्या बनी है। स्कूल जाने के बाद भी उन्हे धूप का कोई लुत्फ उठाने का अवसर नहीं मिलता। क्योंकि कक्षाओं के अंदर ही पूरी दोपहर गुजर रही है। ऐसे में कई अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी काफी चिंतित नजर आए। चर्चा के दौरान कई अभिभावकों ने कहा कि कड़ाके की ठंड पडने के कारण बच्चों को ठंड लगने का खतरा भी बढ़ गया है। स्कूलों में कमरे के अंदर क्लासों का संचालन होने के कारण छोटे बच्चे पूरा दिन गलन भरी ठंड में ही कैद रहेंगे। जिसके चलते उन्हे ठंड लगने का भय सबसे ज्यादा बना हुआ है।