दुकान बंदी को लेकर शिवसेना का विरोध, विवेक पांडे ने जताई आपत्ति,
स्वेक्षा अनुसार व्यापारी दुकान खोले वा बंद करे तानाशाही पर होगा शांति भंग:विवेक पांडे,
नगरपालिक व श्रम विभाग का कार्य कुछ चंद व्यापारी कानून हाथ में लेकर कर रहे तानाशाही :विवेक पांडे,
बीरबल समाचार सीधी। रविवार को जबरन दुकानें बंद कराने के प्रयासों का शिवसेना ने कड़ा विरोध किया है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे ने बताया कि कई व्यापारियों ने शिकायत की है कि दुकान खोलने पर ₹5000 का जुर्माना लगाने की धमकी दी जा रही है, जो अन्यायपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यापारी अपनी स्वेच्छा से दुकान खोले या बंद करे, यह उसका व्यक्तिगत अधिकार है,किसी भी तरह की जबरदस्ती तानाशाही को शिवसेना बर्दाश्त नहीं करेगी। पांडे ने कहा कि कुछ व्यापारियों ने बताया है कि चोंगा माइक से अनाउंस किया गया कि दुकान खुली पाई गई तो जुर्माना लगेगा। ऐसे में छोटे और गरीब व्यापारियों पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है, जिनके लिए रोज की आमदनी जीवन-निर्वाह का साधन है। कर्ज, किस्त, राशन जैसी समस्याओं से जूझ रहे व्यापारियों को दुकान चलाना मजबूरी है। और रही बात नियम पालन की तो उसके लिए जिम्मेदार विभाग प्रशासन उन्हे जा के घेरे
शिवसेना ने ऐलान किया है कि अगर किसी व्यापारी से जबरन दुकान बंद कराई गई तो संबंधित के खिलाफ व्यक्तिगत रिपोर्ट दर्ज करवाई जाएगी और स्थानीय प्रशासन को पत्र देकर सूचित किया जाएगा। यदि प्रशासनिक स्तर पर भी दबाव डाला गया तो शिवसेना सड़क पर उतरकर विरोध करेगी।