शिवसेना ने आदिवासी परिवारों के उजड़े घरों के लिए मुआवजा और राहत सामग्री की मांग की,
बीरबल समाचार सीधी (म.प्र.) — नगर पालिका वार्ड क्रमांक 20 में रहने वाले आदिवासी परिवारों के घरों को दिनांक 28/05/2025 को ठाकुर परिवार के वारिसों द्वारा प्रशासन की सहायता से अचानक ढहा दिया गया। इस दौरान पीड़ित परिवारों को न तो कोई पूर्व सूचना दी गई और न ही उन्हें अपना सामान निकालने का अवसर मिला। घरों के साथ ही घरेलू सामग्री, अनाज, कपड़े और बर्तन आदि भी नष्ट हो गए। शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे ने बताया कि उक्त स्थान नगर पालिका वार्ड20डेनिहा पर ये आदिवासी परिवार लगभग चार पीढ़ियों से निवासरत थे। प्रशासन द्वारा भू-आवंटन तो किया गया, लेकिन पीड़ित परिवारों को कोई राहत सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई, जिससे उनके सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है।
इस घटना के विरोध में शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पांच प्रमुख मांगें रखीं:
1. पीड़ित परिवारों के नष्ट हुए घरेलू सामान का उचित मुआवजा दिया जाए।
2. तत्काल राहत सामग्री (अनाज, बर्तन, कपड़े आदि) उपलब्ध कराई जाए।
3. सभी प्रभावित परिवारों को विशेष सहायता राशि स्वीकृत की जाए।
4. घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तथा दोषी अधिकारियों और व्यक्तियों पर उचित कार्रवाई की जाए।
5: सूची अनुसार भू आवंटन में जिसमे चार पीड़ित का नाम अंकित इसलिए नही किया गया उनका नाम परिवार आईडी से नही कटा था
जिसमे: मानिक लाल रावत,राहुल कोल,सोनू कोल,अवधेस रावत शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि पीड़ित परिवारों को शीघ्र राहत नहीं दी गई तो शिवसेना पीड़ितों के साथ उग्र आंदोलन करेगी।
इस बीच प्रमुख रूप से,
पीड़ित मोहन कोल, मसाली कोल, फिराई कोल, लहरी कोल, अवधेश कोल, रामधारी कोल, लखन कोल, कारण रावत, राहुल रावत, परदेशी रावत, सोनू रावत,राज रावत, जालिम कोल, अभय कोल,आकाश कोल, सहित शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे, जिलाध्यक्ष बेनाम सिंह बघेल उर्फ भोले, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, ब्रम्हा दुबेदी