रानी अहिल्याबाई का जीवन महिला सशक्तीकरण और सुशासन का अनुपम उदाहरण है – राज्यमंत्री,

महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से ही देश की आर्थिक समृद्धि – राज्यमंत्री,

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। रानी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के अवसर पर उनके जीवन दर्शन को जन-जन तक पहुंचा कर उनको प्रेरित करने के लिए कार्यक्रम प्रदेश भर में आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सीधी के वैष्णवी गार्डन में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि रानी अहिल्याबाई का जीवन महिला सशक्तीकरण और सुशासन का अनुपम उदाहरण है। उनकी न्यायप्रियता और लोकसेवा की भावना हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी अद्वितीय प्रशासनिक क्षमता ने जनकल्याण के नए प्रतिमान गढ़े हैं। भगवान शिव की परमभक्त होने के साथ-साथ रानी अहिल्याबाई ने कुशल शासक और रणनीतिकार के रूप में अपनी छाप छोड़ी है। उनका 30 वर्ष का शासनकाल सुशासन और जनकल्याण के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है। रानी अहिल्याबाई ने देश भर के प्रमुख धार्मिक स्थानों में तीर्थयात्रियों के लिए धर्मशालाओं का निर्माण, घाटों का निर्माण, मार्गों का निर्माण और बनारस के बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण तथा अन्य मंदिरों के जीर्णाेद्धार का कार्य कराया। राज्यमंत्री ने कहा कि रानी अहिल्याबाई महिलाओं के सशक्तिकरण पर विश्वास करती थी। उन्होंने अपने शासनकाल में महिलाओं की शिक्षा के साथ-साथ उनके आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कार्य किये। महिलाओं को शस्त्र और शास्त्र दोनों में निपुण करने का कार्य किया। रानी अहिल्याबाई ने सदैव स्वदेशी को बढ़ावा देने का कार्य किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार रानी अहिल्याबाई के जीवन से प्रेरणा लेकर लोककल्याण के लिए प्रयास कर रही है। हमारे आस्था के प्रतीक संस्कृति की धरोहर मंदिरों के सौंदर्यीकरण, जीवनदायिनी नदियों की साफ सफाई, एक पेड़ मा के नाम अभियान के तहत पौधरोपण कर प्रकृति को सौंदर्यता और सुरक्षा देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। महिला स्वसहायता समूह विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से स्वावलंबी बन रहे हैं। इनसे जुड़ी महिलाओं का जीवन बेहतर हो रहा है। सरकार महिला स्वसहायता समूहों को मध्यान्ह भोजन निर्माण, गेंहू और धान के उपार्जन, उचित मूल्य दुकानों का संचालन सहित अनेक आर्थिक विकास के अवसर दे रही है। महिला सशक्तिकरण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।   सांसद डॉ राजेश मिश्रा ने कहा कि रानी अहिल्याबाई के जीवन वृत्तान्तों को पढ़कर हमें यह अहसास होता है कि नारी अबला नहीं सबला है। उन्होंने स्वयं को दानी, कल्याणी और वीरांगना के रूप में स्थापित किया है। अपने व्यक्तिगत जीवन के कष्टों को भूलकर प्रजा के कल्याण के लिए जो कार्य किये हैं वह हमारे लिए प्रेरणा के स्त्रोत हैं। सरकार का यह अभियान मातृ शक्ति के स्वाभिमान को जगाने का अभियान है।  विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम ने कहा कि रानी अहिल्याबाई ने स्वयं को एक कुशल शासक के रूप में स्थापित किया है। उनकी 300वी जयंती मनाना हमारे लिए गौरव के क्षण हैं।

 

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, नगर परिषद मझौली के अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता, रामपुर नैकिन रामकुमार साहू, देव कुमार सिंह चौहान, इन्द्रशरण सिंह चौहान, अंजू पाठक सहित गणमान्य नागरिक एवं मातृ शक्ति उपस्थित रहीं।

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