ग्राम पंचायत ताला में हो गया लाखों का फर्जीवाड़ा
जांच के बाद भी कार्यवाही ठंडे बस्ते में क्यों,
भ्रष्टाचार छिपाने महिला सरपंच कर रही ग्रामीणों की झूठी शिकायत,
बीरबल समाचार सीधी। जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत ग्राम पंचायत ताला में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले अथवा शिकायत करने वालों को परेशान करने के या दबाव बनाने के नियत से महिला सरपंच के द्वारा झूठी शिकायत की जा रही हैं। जिससे ग्रामीणों में काफी असंतोष एवं आक्रोश देखा जा रहा है। जबकि लाखों का फर्जीवाड़ा कागजों में निर्माण कार्य करा कर किया गया है। फर्जीवाड़ा को लेकर समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित की गई थी जिसको लेकर जनपद अध्यक्ष द्वारा जांच कराई गई जिसमें यह साबित हो गया है कि बिना निर्माण कार्य के ही राशि आहरित कराई गई है फिर भी जिम्मेदारों के खिलाफ अभी तक कार्यवाही नहीं हो रही है।इसमें कमीशन का चक्कर है या राजनीतिक संरक्षण। ग्रामीणों के मुताबिक दो चेक डैम एनिकट गायब होने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें एक एनिकट बंधा नदी ताला के नाम पर 2199 कार्य दिवस जिसमें 505827 रुपए मजदूरी भुगतान किया गया है वहीं दूसरा एनिकट भी बंधा नदी ताला के नाम पर 1175 कार्य दिवस जिसमें 270235 रुपए मजदूरी भुगतान किया गया है। दोनों एनिकट की कुल मजदूरी भुगतान 776062 रुपए किया गया है जबकि दोनों एनिकट जमीन में बने ही नहीं गए हैं जिसका प्रतिवेदन जांच टीम के द्वारा तीन माह पहले दिया जा चुका है लेकिन आज तक उसमें आगे की कार्यवाही नहीं की गई।
मृत महिला से कराया कार्य,
सबसे गंभीर बात तब हो जाती है जब मृत महिला के नाम पर भी मस्टर रोल जारी कर यानी उपस्थिति पंजी में उसकी उपस्थिति दर्ज कर मजदूरी भुगतान कर दी जाती है। मृत महिला का नाम शांति पति गोपाल अगरिया है। यह कोई पहला मामला नहीं है सीधी जिले में मृतकों के नाम मजदूरी आहरित करने का मामला कई बार सामने आ चुका है लेकिन इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई न होने से इस तरह के कृत्य करने वालों के हौसलें दिनों दिन बुलंद होते जा रहें है। नवागत सीईओ जिला पंचायत द्वारा ऐसे मामलों में की जा रही कार्यवाही से लोगों ने राहत की सास ली है।
ग्राम सभा में कराए गए एडवांस हस्ताक्षर,
ग्रामीणों की माने तो 6 दिसंबर को ग्राम सभा होना था जबकि 5 दिसंबर को कार्यालय ग्राम पंचायत ताला में नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित किया गया था जहां रोजगार सहायक प्रदीप गुप्ता एवं उसके करीबियों के द्वारा सरपंच के इशारे पर कार्यवाही पंजी में एडवांस हस्ताक्षर कराया जा रहे थे जिसकी जानकारी होने पर कुछ युवाओं द्वारा रोजगार सहायक से हस्ताक्षर कराए जाने के संबंध में जानकारी ली जाने लगी और वीडियो बनाया गया जिससे खफा होकर अजजा महिला सरपंच के द्वारा थाना मझौली में उन युवाओं के खिलाफ झूठी शिकायत की गई है। ग्राम पंचायत ताला में भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करने वालों के ऊपर महिला सरपंच द्वारा झूठी शिकायत थाने में की जा रही है जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा जनपद मुख्यालय मझौली में जिला सीईओ के समक्ष लिखित शिकायत पेश करते हुए न्याय की गुहार लगाई है जिसमें भ्रष्टाचार के कई तथ्य संलग्न कर आवेदन दिया गया है।अब देखना है कि ऐसे गंभीर मामले में जिला सी ई ओ द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है और ग्राम पंचायत ताला के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगता है अथवा नहीं।