आकाश में छाए बादल, गलन भरी ठंड ने बढ़ाई ठिठुरन,
थर्मामीटर का गिर रहा पारा तेजी से बढ़ रही ठंडक,
आसमान में उमड़ रहे बादलों से बारिश की संभावना,
बीरबल समाचार सीधी। मौसम के बदले अचानक मिजाज से गलन भरी ठंड का प्रकोप शुरू हो गया है। आज दिन भर भगवान सूर्यदेव की बादलों के साथ आंखमिचौली होती रही। जिससे ठिठुरन भरी गलन में लोग ठिठुरते हुए नजर आ रहे थे। दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में थर्र्मामीटर का पारा तेजी से नीचे गिर रहा है। आज दिन में 25 डिग्री सेंल्सियस तापमान होने के कारण लोग गरम कपड़े मेें लिपटे नजर आए। शनिवार देर रात से ही आकाश में उमड़ रहे घने बादलों के चलते आज सुबह से ही सूर्यदेव की आंखमिचौली होती रही। जिसके चलते ठंडक का असर ज्यादा रहा। शाम ढलने के बाद गलन और ज्यादा बढ़ गई। मौसम के जिस तरह के आसार नजर आ रहे हैं उससे स्पष्ट है कि जल्द ही ठंड अपने पूरे सबाब में आ जाएगी। शहरी क्षेत्र में ठंडक का असर कुछ कम है लेकिन ग्रामीण अंचलों में काफी तेज है। शाम ढलने के बाद से तो ग्रामीण क्षेत्रों में कड़ाके की ठंडक पड़ रही है। लोग अलाव का सहारा भी ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड से बचने के लिए ले रहे हैं। शहरी क्षेत्र में जिस तरह से ठंडक का असर बढ़ रहा है उससे जल्द ही सार्र्वजनिक क्षेत्रों में नगर पालिका परिषद को अलाव लगाने की व्यवस्था बनानी पड़ेगी। शाम ढलने के बाद से तेज ठंडक के चलते लोगों की आवाजाही बाजार क्षेत्र में कम होने लगी है। जिसके चलते कई व्यवसायी भी रात 9 बजे तक अपनी-अपनी दुकानें बंद करना शुरू कर दिए हैं। तत्संबंध में चर्चा के दौरान बाजार क्षेत्र के कुछ व्यवसायियों ने बताया कि शाम ढलने के बाद ही गलन तेज होने के कारण फुटपाथी कारोबारी सबसे ज्यादा परेशान होने लगे हैं। क्योंकि उन्हे खुले आसमान के नीचे अपना कारोबार करना पड़ता है। ठंड बढऩे के साथ ही शाम को भीड़भाड़ कम हो जाने के कारण बाजार क्षेत्र के बड़े व्यवसायी अपने प्रतिष्ठान रात 9 बजेे तक बंद करना शुरू कर दिए हैं। यह अवश्य हैै कि फुटकर कारोबारी रात 10 बजेे तक अपनी दुकानें संचालित कर रहे हैं। ठंडक बढऩे के साथ ही रात में यात्रियों की फजीहत भी होने लगी है। बसों के इंतजार मेें बस स्टैण्ड में यात्रियों को ठंड से ठिठुरते देखा जा रहा है। उनकी नजर अलाव को तलाशते हुए आखिर मायूस हो रही है।