सीईओ के खिलाफ समिति प्रबंधक ने खोला मोर्चा,
कलेक्टर को लिखा पत्र, सांसद विधायक को दी जानकारी,
अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग करने का लगाया आरोप,
बीरबल समाचार सीधी। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सीधी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के खिलाफ एक समिति प्रबंधक ने मोर्चा खोला है। समिति प्रबंधक ने कलेक्टर को सौंपे गए पत्र यह उल्लेख किया है कि सीईओ द्वारा अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग करते हुए जानबूझकर मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसके चलते मुझे गहरा आघात पहुंचा है, अगर मुझे कुछ हो जाता है तो इसकी संपूर्ण जिम्मेवारी सीईओ की मानी जाय।गौरतलब हो कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सीधी के कर्मचारियों में सीईओ कमल मकाश्रे के खिलाफ गत माह से ही आक्रोष छाया हुआ है, जिसकी वजह यह बताई गई है सीईओ श्री माकाश्रे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से अमानवीय ढंग से व्यवहार करते हैं, इस बात की शिकायत गत माह बैंक के दो दर्जन से कर्मचारियों ने जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप जायसवाल से भी कर चुके हैं। हालांकि प्रभारी मंत्री ने सभी कर्मचारियों को आश्वस्त कर निष्ठा के साथ काम करने के वापस भेज दिया था लेकिन अब एक बार फिर सीईओ के कारनामें सुर्ख़ियों पर आ गए हैं। इस बार समिति प्रबंधक खड्डी नीति धर द्विवेदी ने सीईओ को खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर सहित सांसद एवं सभी विधायकों को भी पत्र लिखकर शिकायत करते हुए भंडाफोड़ किया है। समिति प्रबंधक नीति धर द्विवेदी का पत्र वायरल होते ही समूचे सहकारिता विभाग में हड़कंप मच गया है। यह माना जा रहा है कि अभी तक सीईओ के खिलाफ शिकायत की हिम्मत नहीं जुटा पाने वाले पीड़ित कर्मचारी भी अब सामने आ सकते हैं।
यह है समिति प्रबंधक का पत्र,
जिले के खड्डी समिति में पदस्थ समिति प्रबंधक नीति धर द्विवेदी ने कलेक्टर एवं बैंक प्रशासक को पत्र लिख कर सीईओ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। श्री द्विवेदी ने अपने शिकायती पत्र में यह उल्लेख किया है कि 25 नवम्बर को कलेक्टर द्वारा हम लोगों की उपार्जन संबंधी जानकारी के लिए बुलाया गया था, जहां लंच के समय कलेक्टर साहब ने जाने से पूर्व डीएसओ को जिम्मेदारी सौंप दी गई और उनके द्वारा जानकारी क्रमवार ली गई, मेरे पास भी जो जानकारी संबंधी दस्तावेज थे मैंने भी दिखाया, उसी दौरान सीईओ कलम मकाश्रे भी आ गए और बिना किसी वजह के मुझे सबके सामने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए बाहर निकाल दिया, इतना ही इसके पूर्व अपने कक्ष में मुझे अपमानित करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है।
सीईओ होंगे जिम्मेवार,
समिति प्रबंधक नीति धर द्विवेदी ने अपने शिकायती पत्र में यह भी बताया है कि मैं बीपी शुगर का पेशेंट हूं जौहरी हॉस्पिटल जबलपुर की दवा चल रही है और 25 नवम्बर को सीईओ कमल मकाश्रे द्वारा जिस तरह का बर्ताव मेरे साथ किया गया है मैं उससे काफी आहत हूं, बीते दो दिनों से मुझे नींद नहीं आ रही है अगर मुझे कुछ हो जाता है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी सीईओ की होगी। बता दें कि सीईओ पर अमानवीय व्यवहार करने एवं प्रताड़ित करने का आरोप लगाने वाले समिति प्रबंधक ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी संसदीय क्षेत्र के सांसद सहित जिले के सभी विधायकों को पत्र के माध्यम से दी है। अब देखना यह है कि सीईओ के खिलाफ शिकायत करने वाले समिति प्रबंधक को न्याय मिलेगा या फिर सीईओ की मनमानी ऐसे ही जारी रहेगी।