गोपाष्टमी पर्व पर गौ माता की पूजा अर्चना कर मनाया उत्सव,
बीरबल समाचार सीधी। विश्व हिन्दू परिषद महाकौशल प्रांत जिला सीधी गोरक्षा विभाग ने प्रखण्ड मझौली के समदा गौ शाला में गोपाष्टमी का कार्यक्रम संपन्न सर्व प्रथम गो माता का पंचोपचार पूजन कर कार्यक्रम की अध्यक्षता रीतेश मिश्रा प्रखण्ड मंत्री ने किया। मुख्य वक्ता प्रखण्ड अध्यक्ष अंकित सोनी जी तथा मनीष तिवारी जी के विशेष उपस्थित में कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्रस्तावना रीतेश मिश्रा प्रखण्ड मंत्री ने रखा इस दिन गाय और गोविंद की पूजा से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है वृद्धि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। मुख्य वक्ता अंकित सोनी ने कहा इस दिन गाय और गोविंद की पूजा-अर्चना करने से धन और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पहली बार गाय चराई थी। यशोदा मईया भगवान श्रीकृष्ण को प्रेमवश कभी गौ चारण के लिए नहीं जाने देती थीं। लेकिन एक दिन कन्हैया ने जिद कर गौ चारण के लिए जाने को कहा। तब यशोदा जी ने ऋषि शांडिल्य से कहकर मुहूर्त निकलवाया और पूजन के लिए अपने श्रीकृष्ण को गौ चारण के लिए जाते समय पांव पर जूती पहनाने लगी तो श्रीकृष्ण ने यशोदा माता से कहा कि गो माता के पैर पर जूती नहीं है तभी श्रीकृष्ण ने मथुरा में कभी जूती नहीं पहनी। तभी से इस दिन गाय की पूजा की जाती है। मान्यता है कि गाय में 33 करोड़ देवताओं का वास होता है। इसलिए गौ पूजन से सभी देवता प्रसन्न होते है।ऐसी मान्यता हैं की गौ सेवा करने वाले मनुष्यों का जीवन धन धान्य और खुशियों से भर जाता हैं इसलिए गाय माता की पूजा व सेवा करनी ही चाहिए कार्यक्रम में प्रखण्ड मंत्री रीतेश मिश्रा जी, मनीष मिश्रा (महाराज जी)शुभम केवट,अंकित केवट,राहुल जयसवाल, अम्बुजेश केवट ,राहुल केवट,विकेट केवट,आशीष सेन,शिवम गुप्ता,उत्तरचन्द्र केवट,विक्की रावत,रिवेश रावत,शिवम केवट,विवेक केवट ,राहुल रावत तथा खण्ड मड़वास के सभी कार्यकर्ता तथा गौ सेवक रहे मौजूद।