प्रधानमंत्री कालेज ऑफ एक्सीलेंस सीधी में मनाया गया भारतीय वायु सेना दिवस,

 

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। प्रधानमंत्री कालेज ऑफ एक्सीलेंस संजय गांधी स्मृति शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीधी में 8 अक्टूबर को ष्भारतीय वायु सेना के 92 वें स्थापना दिवसष् के अवसर पर महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को वायु सेना के क्षेत्र से भलीभांति परिचित कराने तथा इस क्षेत्र में प्रवेश की जानकारी प्रदान करने के संबंध में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पी के सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में प्रवेश प्राप्त करने के लिए उम्र और क्षमता की दृष्टि से आप लोग परिपक्व हैं। केवल आवश्यकता इस बात की है कि इसकी तैयारी आज से ही पूरे मनोयोग से शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह क्षेत्र देश सेवा का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में किसी का होना मात्र ही बड़े गौरव की बात होती है। अर्थशास्त्र के सहायक प्राध्यापक एवं एन सी सी अधिकारी डॉ गुलशेर अहमद ने बताया कि भारतीय वायु सेना की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। उसके जांबाज पायलट अत्यन्त दुष्कर समय और जगह में वो कर दिखाते हैं जिसकी कल्पना मात्र से पूरा तन-मन रोमांचित हो उठता है। वे कारगिल युद्ध में अपनी महत्पूर्ण भूमिका निभाते हुए अत्यंत सकरी घाटी में वायुयान उड़ाने वाली पायलट गुंजन सक्सेना से परिचित करा कर छात्राओं को प्रेरित किया। इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अश्वनी कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस कार्यक्रम को मनाए जाने के पीछे शासन का उद्देश्य यह है कि छात्र-छात्राओं को उस क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित किया जा सके। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान ने अपने कम क्षमता वाले विमान मिग -21 से अपने से अधिक क्षमता वाले दुश्मन के विमानों को खदेड़ कर अद्भुत शौर्य और साहस का कार्य किया था।   कार्यक्रम के संयोजक एवं विभागाध्यक्ष हिन्दी प्रो विनोद कुमार साकेत ने छात्र-छात्राओं को इस क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि वायु सेना में होने का यह मतलब कतई नहीं कि आप को हमेशा युद्ध के भयंकर वातावरण में रहना होगा। उन्होंने बताया कि वहां सालों अभ्यास कराया जाता है और जब पूरी तरह से सीख जाते हैं तो उनके अंदर कठिन से कठिन कार्य करने का आत्मविश्वास पैदा हो जाता है।

 

कार्यक्रम के अंत में डॉ रवीन्द्र नाथ सिंह क्रीड़ाधिकारी ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ नागेन्द्र सिंह, सहायक प्राध्यापक हिन्दी, डॉ राम सुरेश भारती, सहायक प्राध्यापक प्राणिशास्त्र, डॉ. निवेदिता लखेरा, डॉ. ऋतु सिंह एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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