दूसरे दिन भी नहीं चला प्रेमी जोड़ी का पता,

सोन नदी के जोगदहा घाट से लगाई थी छलांग,

करीब बीस किलोमीटर तक तलास चुकी है एसडीआरएफ की टीम,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जिले के सोन नदी जोगदह पुल से मौत की छलांग लगाने वाले एक प्रेमी जोड़े का पता दूसरे दिन भी नहीं चल सका है। एसडीआरएफ की टीम गुरूवार सुबह करीब 10 बजे से नदी में उतरी थी जो सिंगरौली जिले की सीमा तक तलास करते पहुंची लेकिन अभी तक दोनों में किसी एक का भी शव बरामद नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि बारिश का मौसम होने के साथ साथ गुलाब सागर बांध का पानी छोड़े जाने से नदी का बहाव काफी तेज हो गया है ऐसे में यह शव काफी दूर निकल गए होंगे जिसके चलते इतनी आसानी इनका शव मिलना संभव नहीं है।गौरतलब हो कि बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे प्लैटिना गाड़ी क्रमांक नंबर एमपी 53 जेडसी 9082 से सोन नदी के जोगदहा घाट पहुंचकर बृजेश सेन अपनी प्रेमिका के साथ पहुंचा और नदी में छलांग लगा दी। घटना की जानकारी मिलते ही अमिलिया थाना प्रभारी राजेश पाण्डेय एवं बहरी थाना प्रभारी राकेश वैश्य दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। जहां प्रत्यक्षदर्शियों के बताए अनुसार एवं बीच पुल पर खड़ी बाइक के नंबर से जानकारी जुटाई गई। जिससे यह बात निकलकर सामने आई कि नदी में छलांग लगाने वाले प्रेमी युगल बृजेश सेन अपनी बहन के यहां हटवा तिलई गया था वहां से निकलते वक्त उसने अपनी बहन को गुटखा खाने बाजार जानें की जानकारी दी थीं।

वापस लौटी एसडीआरएफ की टीम,

बुधवार देर शाम सोन नदी के जोगदहा घाट से नदी में छलांग लगाने वाले प्रेमी युगल की तलास करने पहुंची एसडीआरएफ की टीम को फिलहाल सफलता नहीं मिली है। इस संबंध में प्लाटून कमांडर मयंक तिवारी ने बताया कि गुरूवार सुबह करीब 10 बजे से हमारी टीम नदी में शवों को तलासने उतरी थी करीब 20 किलोमीटर तक तलास की गई लेकिन उनका कहीं रता पता नहीं चल सका है। ऐसा माना जा रहा है कि पानी का तेज बहाव होने के चलते शव दूर तक निकल गए होंगे। गुरूवार को शाम हो जानें के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है, शुक्रवार को फिर रेस्क्यू किया जाएगा।

नहीं लगा आत्महत्या के कारणों का पता,

इस पूरे मामले को लेकर थाना प्रभारी बहरी राकेश बैंस से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि दोनों लोग नदी में क्यों कूदे हैं इस बात की जानकारी अभी नहीं हो पाई है, हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार लड़का अपनी बहन को बुलाने के लिए गया हुआ था और दोपहर के समय वह बहन के घर से निकाला और उसने अचानक यह कदम उठा लिया । फिलहाल एसडीआरएफ की टीम के द्वारा सीधी और सिंगरौली जिले की सीमाओं तक सर्चिंग की जा रही है।

इनका कहना है।

एसडीआरएफ टीम द्वारा शवों की तलास सुबह से ही शुरू कर दी गई थी लेकिन अभी तक शवों का रता पता नहीं चल सका है। शुक्रवार को पुनः रेस्क्यू ऑपरेशन किया जाएगा।

राजेश पाण्डेय,

थाना प्रभारी अमिलिया।

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