बघवार चुरहट मार्ग की सड़क बनाने में रुचि नहीं दिखा रहे अधिकारी,
बड़े हादसे का कर रहे इंतजार,टोल मार्ग के बावजूद नहीं होती मरम्मत,15वर्ष पूर्व बनाई गई थी सड़क,
बीरबल समाचार सीधी बघवार। सड़कों के दुरूस्त करने का दावा भले ही एमपीआरडीसी के अधिकारी कर रहे है पर जमीनी हकीकत सड़के वया कर रही है। सड़कों में जान लेवा गड्ढे हो गए हैं उन्हें भरा तक नहीं जा रहा है कुछ इसी तरह के हालात बेला चुरहट मार्ग में जहां तहां देखने को मिल रहा है। सबसे गम्भीर हालत बघवार में देखने को मिल रहा है जहां शहडोल सीधी का तिराहा है वहां शहडोल तरफ बुढ़गौना पेट्रोल पंप के पास से बाणसागर नहर में बनी पुल के आगे टोल बैरियर तक गड्ढे ही गड्ढे हैं जो वाहन चालकों के लिए मुसीबत बने हुए हैं वहीं बघवार चुरहट मार्ग के शुरुआती हिस्से में गड्ढे नहीं गबरी करण हो गया है जिसे भरने के लिए विभागीय अधिकारी रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इस जगह पर रोज दस बीस मोटरसाइकिल सवार गिरकर घायल हो रहे फिर भी एम पी आर डी सी के अधिकारी इन खतरनाक गड्ढों को पटवाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं और न ही इस सड़क के लिए टोल वसूल रही कम्पनी के द्वारा मरम्मत कराया जा रहा है।
बघवार चुरहट मार्ग का निर्माण कार्य 15वर्ष पूर्व 2008-09 संविदाकार ने कराया था तब से इस सड़क की मरम्मत नहीं है एक दो जगह पैच लगा कर मरम्मत कराना दिखा कर टोल वसूली करने वाले ठेकेदार मनमानी टोल भर वसूल रही है सड़क की दशा सुधारने में कोई रुचि नहीं है। जिसका खमियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें की बघवार तिराहा के पास सड़क की हालत ऐसी है मानो यह सड़क है ही नहीं बुढ़गौना पेट्रोल पम्प से वेयर हाउस नर्सरी तक सड़क में खाई के आकार के गड्ढे बने हुए हैं।
सड़क मरम्मत का दावा खोखला,
मध्यप्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण के अनुसार रीवा सम्भाग की जितनी भी सड़कें उसके अधीन है उनका मरम्मत कार्य दुत्रगति से करने का दावा किया जा रहा है इतना ही नहीं बीते अगस्त महीने में प्रदेश के एक बड़े अखबार में खबर प्रकाशित कराकर भी यह दावा किया था की एम पी आर डी सी की सभी सड़कों को मलेशिया की सड़कों की तरह बना दिया गया है जब की असलियत यह है की सड़कों में डामर से सड़क बनाना तो दूर धूल मिट्टी डालकर भी सड़क चलने लायक नहीं बनाया गया है।आज हालात यह हो गये है की जब इन सड़कों पर वाहन चालक पहुंचते हैं तब उन्हें 2003के पहले की सड़क की याद आने लगती है।
मौत का इंतजार कर रहे अधिकारी -जागेन्द्र सिंह