म.प्र. दुग्ध संघ को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को देने का निर्णय किसानों और पशुपालकों के हितों पर कुठाराघात-प्रदीप सिंह दीपू,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी – मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी विकास की प्रतिकूल टिप्पणियों के बावजूद मध्य प्रदेश दुग्ध संघ को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को सौंपने के प्रदेश सरकार के निर्णय को प्रदेश के लाखों किसानों एवं पशुपालकों की रोजी-रोटी पर बहुत बड़ा हमला करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने जारी बयान में कहा है कि मध्य प्रदेश के लाखों किसान एवं पशुपालक अपना दूध प्रतिदिन प्रदेश के विभिन्न दूध संयंत्रों को विक्रय करते हैं जिससे उच्च गुणवत्ता के सांची उत्पादों का उत्पादन किया जाता है, जिससे किसान और पशु पालक आर्थिक रूप से निश्चित आय अर्जित कर अपने परिवार, गोवंश एवं दुधारू पशुओं का लालन-पालन करते हैं। किंतु केंद्र सरकार के निर्देश पर आनन-फानन में मध्य प्रदेश के दुधारू संस्थान को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को हस्तांतरित करने का मोहन सरकार का जन विरोधी निर्णय प्रदेश के लाखों किसानों, पशुपालकों तथा दुग्ध संस्थानों के हजारों कर्मचारियों के भविष्य पर गहरा संकट उत्पन्न कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने मोहन सरकार की नीयति पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि रातों-रात अंजाम दी गई इस पूरी कवायद के पीछे कहीं म.प्र. दुग्ध संघ और सांची संयंत्र को गुजरात की अमूल कंपनी को देने का षड्यंत्र तो नहीं रचा गया है? क्योंकि विगत कई वर्षों से सांची के उच्च गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के कारण मध्य प्रदेश में अमूल के उत्पादों के पैर उखड़ रहे थे उनके अमूल पार्लर बंद हो रहे थे जिससे उन्हें मध्य प्रदेश में अपेक्षित सफलता प्राप्त नहीं हो पा रही थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की आड़ में मध्य प्रदेश दुग्ध संघ और सांची संयंत्रों पर कब्जा करने की गहरी साजिश केंद्र सरकार के इशारे पर की गई है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा यदि मध्य प्रदेश के किसानों पशुपालकों के हितों पर किंचित मात्र भी कुठाराघात किया गया तो कांग्रेस पार्टी किसानों एवं पशुपालकों के हक पर सरकार को डांका डालने का पुरजोर प्रतिरोध करेगी।

hi
error: Content is protected !!
×