बड़े पिताजी का नहीं हुआ इलाज तो सर्जन बनने का मन में ठाना शिवेंद्र, ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पाई मेडिकल सीट,
बीरबल समाचार सीधी। कहते हैं कि अगर मन में कुछ ठान लिया जाए और अगर आपके मन में लगन है और आप निष्ठा से वह काम कर रहे हैं तो आप उसमें सफलता जरूर प्राप्त कर सकेंगे। ऐसा ही कुछ देखने को मिला है जहां आदिवासी अंचल कुसमी क्षेत्र के रहने वाले साधारण से व्यापारी के बेटे ने अपने मन में डॉक्टर बनने की चाह रखी जहां उसने लगन और मेहनत के दम पर ऑनलाइन क्लासेज के जरिए छोटे से कस्बे में रहकर नीट की परीक्षा को पास कर लिया। जहां अब बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में सीट उसे मिल गई है। पढ़ाई पढ़ने के बाद उसका सपना पूरा होगा और वह अपने बड़े पापा का इलाज तो नही कर सका पर अन्य मरीजो का इलाज से बंचित नही होने देगा।
बड़े पिताजी मानसिक रोग से थे ग्रस्त
शिवेंद्र गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया है कि उनके बड़े पिताजी मानसिक रोग की बीमारी से ग्रस्त थे। उनके घर की स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी कि वह बड़ी हॉस्पिटल में जाकर अपने बड़े पिताजी का इलाज करवा पाए। आखिर कार वह स्वर्गवासी हो गये तब उन्होंने स्थिति को देखा और ऑनलाइन क्लासेज के जरिए आखिरकार उन्हें सफलता मिली गई और उन्होंने जुलाई 2024 में आए रिजल्ट में बाजी मार कर सबको चौका दिया। अब वे सर्जन बनने के लिए पढ़ाई पढ़ने के लिए तैयार है।
मध्यवर्गीय व्यापारी है पिता
बात करें उनके पिता की तो उनके पिता मध्यम वर्गीय व्यापारी है उनकी एक किराने की दुकान चलती है और उनकी मां हाउसवाइफ है। इतना ही नहीं दो भाई और तीन बहनों में सबसे छोटे शिवेंद्र हैं। उनके सभी भाई अपने पिता के कामों में हाथ बताते हैं और अलग-अलग कामों को भी अब देखते हैं। लेकिन शिवेंद्र ने परिस्थितियों के बाद लड़ना सीखा और ऑनलाइन क्लासेज के जरिए उन्होंने यह सफलता प्राप्त कर ली। शिवेंद्र के पिता भोला गुप्ता ने बताया कि एक वक्त ऐसा आया जब बेटे ने निराश मन से कहा कि ऑनलाइन क्लासेस से मैं उसे मुकाम तक नहीं पहुंच पाउंगा। लेकिन शिक्षक अलख पांण्डेय के द्वारा एक बार फिर से उन्हें मोटिवेट किया गया साथ ही परिवार में मां पिता और अन्य लोगों ने भी उन्हें प्रोत्साहित किया जिसके बाद उन्होंने लगन से कार्य करते हुए जुलाई 2024 में आए नीट के परिणाम में मध्य प्रदेश में 481 रैंक प्राप्त की। शिक्षक अलख पांण्डेय बताते हैं कि शुरू से ही शिवेंद्र एक फुलहर छात्र हैं 12वीं तक उन्होंने मॉरिसन पब्लिक स्कूल सीधी से पढ़ाई की है जहां उनका 12वीं में रिजल्ट 86.4% रहा है। इसके बाद उन्होंने हार नहीं मानी और और मेहनत करता रहा जहां कोचिंग ऑनलाइन क्लास वर्क फ्रॉम होम के जरिए उन्होंने सफलता प्राप्त कर ली।
व्यापारी एकता संघ कुसमी के अध्यक्ष ने दी बधाई,