बाघ हत्याकांड का एक आरोपी गिरफ्तार, गुरूवार को वन क्षेत्र अंर्तगत एक कुएं में मिला था मृत बाघ, वन समिति अध्यक्ष ने लगाया विभागीय लापारवाही का आरोप ,

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। संजय टाइगर रिजर्व सीधी के वन परिक्षेत्र ब्यौहारी बफर जोन अंतर्गत बोदारी टोला में हुए बाघ की मौत मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस घटना पर सभापति जिला पंचायत वन समिति कृष्ण लाल पयासी ने संजय टाइगर रिजर्व अमले पर गंभीर आरोप लगाया है।पकड़े गए आरोपी के संबंध में जानकारी देते हुए परिक्षेत्र अधिकारी बस्तुआ महावीर पाण्डेय ने बताया कि 7 सितंबर को पूछताछ के आधार पर संदिग्ध होने पर राजेंद्र सिंह पिता मान सिंह साकिम बोदारी टोला को गिरफ्तार करके मझौली न्यायालय में न्यायिक अभिरक्षा हेतु प्रस्तुत किया गया जिसे सभी कार्यवाही पूर्ण करने के बाद जिला जेल भेजा गया है। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9,39,51,50 एवं 48 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आगे जांच कार्यवाही जारी भी है।बताते चलें कि संजय टाईगर रिजर्व क्षेत्र के ब्योहारी रेंज अन्तर्गत बोदारी टोला में 5 सितम्बर गुरुवार को जंगल सीमा में बने कुएँ में बाघ (टाईगर) का संदिग्ध परिस्थिति में शव मिला था जिसकी पहचान नर बाघ टी 33 के रूप में की गई एवं पोस्टमार्टम उपरांत ससम्मान दाह संस्कार किया गया। वहीं विभाग ने मामले को संदिग्ध मानते हुए खोजी कुत्ता (डॉग स्क्वायड) के माध्यम से जांच शुरू की गई जिसमे एक आरोपी को पूछताछ के आधार पर गिरफ्तार किया गया था।

 

 

 

वन समिति सभापति ने लगाए गंभीर आरोप,

 

 

 

वन समिति सभापति एवं जिला पंचायत सदस्य कृष्णलाल पयासी छोटू ने वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग की घोर लापरवाही के चलते बाघ की मौत हुई है, इसकी मौत होना संदिग्ध है इसके पहले भी कई मौते हो चुकी है केंद्र सरकार की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था एवं भोजन के लिए काफी बजट मिलता है इसके बावजूद है इनको भोजन पानी न मिलने के चलते बाघ अन्य जगह की ओर मूमेंट करते हैं पहले जनहानि हुआ करती थी अब बाघ हानि हो रही है इसके जिम्मेदार सीसीएफ से लेकर सभी अधिकारी कर्मचारी हैं हम इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं आगे हम पत्राचार भी करेंगे ताकि उच्च स्तरीय जांच हो जो भी इसके दोसी कर्मचारी हैं उन पर कार्यवाही होनी चाहिए।

 

 

 

गुरूवार को मिला था बाघ का शव,

 

 

 

संजय टाईगर रिजर्व क्षेत्र अंर्तगत बफर क्षेत्र के ब्यौहारी रेंज के बीट मझौली में 5 सितम्बर गुरुवार को जंगल में बने कूप में बाघ का शव मिलने से विभाग में हड़कंप मच गया था। सूत्रों के मुताबिक विभाग द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से बाघ के शव को कूप से निकाल कर रात भर बड़काडोल में रखने के बाद सुबह जिले के आला अधिकारियों की उपस्थिति में शव परीक्षण किया गया। सूत्रों के मुताबिक 5 सितम्बर को दोपहर लगभग 2 बजे जंगल गस्त के दौरान चौकीदार द्वारा जंगल में बने एक पुराने कूप में बाघ का शव देखा गया तब विभाग को अवगत कराया गया। लगभग 3 बजे ग्रामीणों की मदद से उसके शव को बाहर निकाला गया। आशंका है कि बाघ की मौत करंट लगने से हुई है।

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