खाद्यान डकारने वाले विक्रेता पर हो कड़ी कार्यवाही -कनक सिंह,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार  सीधी। जिले के सेवा सहकारी समिति कुसमी अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकान कोड़ार के तत्कालीन विक्रेता संतोष त्रिपाठी द्वारा उपभोक्ताओं से फिंगर प्रिंट लेकर 3 माह यानी दिसंबर 2020 से मार्च 2021मे पीएमजीकेवाई निशुल्क खाद्यान घोटाला अब चर्चा का विषय बन गया है पेशा एक्ट अध्यक्ष रामपाल सिंह की शिकायत के बाद अब मामला और गर्माने लगा है जहां सहकारिता विभाग के सीईओ द्वारा कड़ी कार्यवाही की बात कही गयी है वहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी विक्रेता के द्वारा किये गए कारनामो पर नाराजगी जाहिर कर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर धौहनी विधानसभा के युवा नेता व सामाजिक कार्यकर्ता कनक सिंह ने बताया मीडिया के माध्यम से जानकारी लगीं हैं कि कुसमी से लगा गांव कोड़ार का एक मामला सामने आया है जहाँ तत्कालीन विक्रेता संतोष त्रिपाठी द्वारा पीएमजीकेवाई का खाद्यान जो सरकार द्वारा प्रति परिवारों को निशुल्क भेजा गया था वो 3 साल बीत जाने के बाद भी 3 माह का खाद्यान नही मिला जो चिंता का विषय है, विक्रेता द्वारा आदिवासी भाइयों एवं गरीबों के साथ सरासर अन्याय किया गया है इसकी विधिवत जाँच होनी चाहिए और जिन गरीबों का हक डकारा गया है उनको 3 महीने का पूरा खाद्यान मिलना चाहिए। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि जो व्यक्ति गरीबों के साथ अन्याय किया उनका हक छीनकर खा लिया उसको सहकारी बैंक प्रबंधन ने कार्यवाही के बजाय बैंक का कैशियर बना दिया। ऐसा कृत्य करने वाले पर जाँच के साथ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए, वसूली होनी चाहिए, अगर कार्यवाही नही होती तो हम लोग उन्ही गरीबो आदिवासियों के साथ आंदोलन के लिये बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेवारी सहकारी विभाग के प्रशासन की होगी।

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