अखंड सौभाग्य के लिए महिलाओं ने रखा तीज व्रत, गौरी शंकर की पूजा के लिए उमड़ी भीड़, मंदिरों में माथा टेकने पहुंची महिलाएं,
बीरबल समाचार सीधी। अखंड सुहाग की कामना के लिए शुक्रवार को सुहागिनों ने हरतालिका तीज का व्रत रखा। सुबह से ही घरों में उल्लास भरे माहौल में अनुष्ठान शुरू हुआ। पति की लंबी आयु, सुखी दांपत्य जीवन और समृद्धि की कामना को लेकर सुबह से महिलाओं ने निर्जला व्रत शुरू किया। मिट्टी से भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा बनाकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। साथ ही पौराणिक कथाएं सुनी, हरतालिका तीज का व्रत युवतियां भी अच्छे वर के लिए रखी हैं। पर्व को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह है। शुक्रवार को तृतीया तिथि दोपहर 12:18 बजे तक रही, लेकिन सूर्योदय तृतीया तिथि में होने से उदयातिथि के मान के अनुसार, शुक्रवार को पूरे दिन तीज की पूजा होती रहीं।बता दें कि इस वर्ष हरतालिका तीज पर ग्रह-गोचरों का उत्तम संयोग बना हुआ है। भाद्रपद शुक्ल तृतीया को उदय गामिनी तिथि, हस्त नक्षत्र, शुक्ल योग, गर करण, अमृत योग के साथ रवि योग के सुयोग में हरतालिका तीज का व्रत शुरू किया। पूरे दिन सुहागिनें पूजा-अर्चना में लीन रही।
शिव मंदिरों में उमड़ी भीड़,
तीज व्रत अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाता है, इस भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा का विषेश महत्त्व बताया गया है। यहीं वजह रहीं की जिले के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में सुबह से लेकर देर शाम तक महिलाओं की भीड़ जमा रहीं। तीज व्रत पर सबसे ज्यादा महिलाओं की भीड़ शिव मंदिर बढौरा, नीलकंठ मंदिर मौहार एवं प्राचीन शिव मंदिर चंदरेह में अच्छी खासी भीड़ देखी गई है। इसके अलावा घरों में सामूहिक रूप से महिलाएं एकत्रित होकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर अपने अपने सुहाग को अखंड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए आशिर्वाद मांगा।