किसान सम्मान निधि योजना के नाम पर किसानों से हो रही ठगी, साइबर ठग भेज रहे मोबाइल पर फर्जी लिंक,

 

 

 

 

 

 

सीधी: इन दोनों सीधी जिले के सिहावल क्षेत्र अंतर्गत कई गांव में किसान हो रहे फर्जीवाड़ा का शिकार खाते से गायब हो जा रहे पैसे शिकायत पहुंच रही थाना एवं चौकिया में..

किसान सम्मन निधि योजना के लिए जो पात्र हैं सिर्फ वे ही इससे जुड़ सकते हैं। इसलिए किसी की बातों में आने से बचें। व्हाट्सएप पर आए योजना से जुड़े किसी भी फर्जी लिंक पर क्लिक न करें। यह साइबर फ्रॉड हो सकता है। यदि आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए पात्रता की श्रेणी में नहीं आते हैं तो इस योजना में अपना नाम गलत तरीके से शामिल कराने के नाम पर ठगी का शिकार हो सकते हैं। अमिलिन नगर निरीक्षक राजेश पांडे द्वारा मीडिया से चर्चा करते हुए बताया गया कि इन दोनों थाना क्षेत्र में कई किसानों के साथ में फ्रॉड होने का मामला सामने आया है जहां की बाकायदा आपके ग्राम पंचायत के सचिव सरपंच का नाम किसानों को बताया जाता है और कहा जाता है कि आपका किसान सम्मान निधि का पैसा आया कि नहीं फिर ग्राही जैसे बताते हैं कि नहीं आया तो फिर उनके पास एक लिंक भेजी जाती है और कहा जाता है इसे खोलिए और फिर जैसे ही लिंक खोलने पर एक ओटीपी पहुंचती है जिसे बड़े आसानी से मांग ली जाती है और खाते में जमा राशि कुछ मिनट में गायब हो जाती है। पुलिस विभाग के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है इसके बावजूद भी भोली भाली जनता बहकावे में आ जाती है। फिलहाल हर गांव गांव में जागरूकता अभियान हेतु हमारे वहां घूम रही है और लोगों को अवगत करवा रही है।

अमिलिया नगर निरीक्षक राजेश पांडे,

कृषि विभाग के अफसरों का कहना है कि योजना के लिए जो पात्र हैं सिर्फ वे ही इससे जुड़ सकते हैं। इसलिए किसी की बातों में आने से बचें। व्हाट्सएप पर आए योजना से जुड़े किसी भी फर्जी लिंक पर क्लिक न करें। यह साइबर फ्रॉड हो सकता है।

ऐसे हो रही ठगी,

लोगों के मोबाइल पर पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नाम से एक फर्जी लिंक शेयर किया जा रहा है। इस लिंक पर क्लिक करते ही एक एप डाउनलोड हो जाता है। इस एप के डाउनलोड होते ही मोबाइल हैक हो जाता है। इसके बाद साइबर ठग बैंक खाते आदि की जानकारी जुटा लेते हैं और खाते से रकम पार कर देते हैं।

साइबर ठगी से ऐसे बचें,

 

पासवर्ड या सोशल सिक्योरिटी नंबर किसी के साथ शेयर न करें। किसी अनजान को वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) न बताएं । अपनी व्यक्तिगत या फाइनेंशियल जानकारी किसी से साझा न करें। कंपनियों से जुड़े संदेश, ई-मेल या व्हाट्सएप के जरिये मिले लिंक पर क्लिक करने से बचें। किसी के साथ साइबर ठगी होती है तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर जानकारी दें। मोबाइल फोन पर आने वाले योजना से जुड़े किसी भी लिंक को न खोलें। फोन कॉल पर किसी को भी बैंक खाते से जुड़ी जानकारी साझा न करें।

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