आमेजन द्वारा श्रीराम अयोध्या प्रसाद के नाम पर लोगों से धोखा,
कैट ने पीयूष गोयल से इस धोखाधड़ी पर तुरंत कार्यवाही करने का आग्रह किया,
बीरबल समाचार जबलपुर।
कनफ़ेडरेशन ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ने आज एक चौंकाने वाले वक्तव्य में कहा है कि ऑमेज़न इंडिया द्वारा अपने ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर ‘श्रीराम मंदिर अयोध्या प्रसाद’ के नाम में मिठाई प्रसाद बेचा जा रहा है जो विशुद्ध रूप से देश के लोगों के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी है और लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल को एक पत्र भेजकर इस धोखाधड़ी की तरफ़ उनका ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह सर्वविदित है कि अयोध्या धाम के श्री राम मंदिर से अभी कोई प्रसाद वितरित नहीं हो रहा है लेकिन आमेजन के ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर एक विक्रेता के नाम से “श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद” खुले आम बेचा जा रहा है। जिस प्रकार से विवरण लिखा गया है एक यह संदेश दे रहा है कि यह प्रसाद श्री राम मंदिर का ही है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब सारा देश राम मय हो रहा है और लोग बेहद श्रद्धा भाव से श्री राम के काज में जुटे हैं, ऐसे में आमेजन द्वारा इस प्रकार का कृत्य बेहद ही नापाक है और एक बहुत बड़ी धोखाधड़ी है । कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहा कि उपभोक्ता मंत्रालय की उपभोक्ता शिकायत और सुरक्षा अथॉरिटी (सीसीपीए) तुरंत इस ओर कार्यवाही करे और जब तक जाँच पूरी न हो जाये तब तक आमेजन के ई मार्केटप्लेस को प्रतिबंधित किया जाये।
कैट प्रदेश वरिष्ठ,
उपाध्यक्ष संदेश जैन ने कहा कि इस तरीके की कंपनी की घिनौनी हरकत से हमारे धर्म को ठेस पहुंचती है इसके पीछे कंपनी की क्या मंशा है यह एक जांच का विषय है। कैट प्रदेश कैट प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी ने कहा कि विगत कई वर्षों से यह कंपनी हमारे देश के हमारे व्यापार के एवं हमारे धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रचती आ रही है इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही होना चाहिए। कैट प्रदेश कार्यकारिणी कोऑर्डिनेटर सीमा सिंह चौहान ने कहा कि इस ऑनलाइन कंपनी को सिर्फ हमारा हिंदुस्तान एवं हमारा धर्म ही मिला है इस तरीके की हरकत करने का इस पर जल्द से जल्द सख्त दे सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
आमेजन ऑनलाइन कंपनी को किसने अनुमति दी है हम हिंदुओं के खिलाफ षडयंत्र रचने की इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करनी की जानी चाइए (सेठी),