रेलवे मुख्य लाईन पर स्थित कच्चे मकानों को हटाने की कार्यवाही की गई,
बीरबल समाचार सीधी।
नायब तहसीलदार गोपद बनास ने जानकारी देकर बताया है कि ललितपुर-सिंगरौली (रीवा-सीधी-सिंगरौली) नई रेल लाईन निर्माण के लिये अर्जित भूमि एवं भूमि पर स्थित परिसम्पत्तियो को नहीं हटाने के कारण रेलवे लाईन का कार्य बन्द है। यह कार्य भारत सरकार की विशेष प्राथमिकता में होने के कारण दिनांक 09.01.2024 को रेलवे विभाग द्वारा मुख्य लाईन पर स्थित कच्चे मकानों को हटाने का कार्य किया गया, जिसमें रमई, लाला, बब्बू पिता गंगा कोल के कच्चे मकान को हटाया गया। उन्होंने बताया कि इस भूमि एवं भूमि पर स्थित 05 नग वृक्ष का अवार्ड क्र-178 वर्ष 2016-17 में बाईस लाख बामन हजार आठ सौ उन्तीस रुपये तथा तीनों भाईयों के पृथक-पृथक मकान क्रमशः रमई कोल आठ लाख बत्तीस रुपये, लाला कोल चार लाख बयासी हजार आठ सौ ग्यारह रुपये एवं बब्बू कोल चार लाख ग्यारह हजार चार सौ नवासी रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस परिवार को इनकी भूमि एवं मकान सहित कुल उनतालिस लाख सैतालिस हजार एक सौ एकसठ रुपये इनके खाते में भुगतान किया जा चुका है। इसके बावजूद भी गत 08 वर्षों से लगातार नोटिस देने के बावजूद भी मकान स्वतः नहीं हटाया जा रहा था, जबकि रमई द्वारा इसी गाँव में मकान भी निर्मित किया जा चुका है। इनका मकान पूर्णतः हटाया भी नहीं गया क्योंकि एक कमरे में इन्होंने अपना सामान सुरक्षित रखा है, बाकी मकान हटाने के बाद इनको इनके घर के ही पास रेलवे द्वारा सुरक्षित आश्रय केन्द्र में रखा गया है। इसी प्रकार मोतीलाल पिता छोटकवा वंशल, इसके पिता छोटकवा पिता वंशधारी वंशल एवं पुत्र लक्ष्मण पिता मोतीलाल के भी मकान हटाये गये है, जिनको इनके मकान के क्रमशः तीन लाख अंठावन हजार तीन सौ दस रुपये एवं चार लाख बयालिस हजार उन्नीस रुपये, एक लाख बयासी हजार तीन सौ अडतिस रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस प्रकार इन तीनों को कुल नौ लाख बयासी हजार छः सौ सतसठ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस परिवार को ग्राम पंचायत द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत वर्ष 2020-21 में दो आवास भी स्वीकृत किये गये हैं, जिनमें से मोतीलाल द्वारा एक किस्त रुपये 25000 वर्ष 2020-21 में निकाल ली गयी है, किन्तु इनके द्वारा आज दिनांक तक आवास का काम नही किया गया है। इनको भी आश्रय स्थल बता दिया गया है।