तड़पती रही घायल बच्ची, नदारद रहे चिकित्सक,
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया का मामला,
औचक निरीक्षण में पहुंची सीएमएचओ के निर्देश पर हुआ उपचार,
बीरबल समाचार सीधी। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया में गुरुवार दोपहर एक्सीडेंट से गंभीर रूप से घायल एक छ: वर्षीय बच्ची उपचार शुरू न होने से करीब दो घंटे तक तड़पती रही। कारण कोई डॉक्टर नहीं था और नर्सिंग स्टाफ का कहना था कि जब तक डाक्टर पर्ची में दवा नहीं लिखते वह कुछ नहीं कर सकते। घायल के परिजन भी परेशान होकर प्रायवेट वाहन से सीधी लाने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान अचानक सीएमएचओ डॉ. बबिता खरे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया का औचक निरीक्षण करने पहुंच गई। उनको जब जानकारी हुई तो उन्होंने पर्ची लिखकर घायल बच्ची का उपचार शुरू कर अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही वहां मौजूद अन्य मरीजों को भी देखकर दवाईयां लिखी। जनपद पंचायत सीधी के पूर्व उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी प्रभात वर्मा ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया में पदस्थ बीएमओ डॉ. आरके वर्मा स्वयं गायब रहते हैं। वहीं डॉ. विवेक तिवारी शाम करीब 6 बजे कुछ समय के लिए मरीज देखने आते हैं। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया में आने वाले मरीजों का उपचार नहीं हो पाता। जनप्रतिनिधि भी अस्पताल की अव्यवस्थाओं को दूर कराने कोई पहल नहीं कर रहे हैं।
बाइक की ठोकर से घायल हुई थी बच्ची,
पुलिस चौकी सेमरिया अंतर्गत देवगढ़ निवासी अंशिका कुशवाहा पिता राज लखन कुशवाहा उम्र 4 वर्ष 20 मार्च को सुबह करीब 11 बजे सडक़ पार कर रही थी तभी सेमरिया से कुसमहर की तरफ जा रहे बाइक चालक द्वारा लापरवाही पूर्वक ठोकर मारी दिया गया था। हादसे में अंशिका के सिर में गहरी चोटें आई। इसके बाद उसे उपचार के लिए समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया ले जाया गया।
लापरवाहों के खिलाफ होगी कार्यवाही: सीएमएचओ,
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया के औचक निरीक्षण में पहुंची सीएमएचओ डॉ. बबिता खरे द्वारा दुर्घटना में घायल बच्ची का इलाज शुरु कराया गया। वहां उपस्थित स्थानीय लोगों द्वारा चिकित्सकों की अनुपस्थिति की शिकायत पर कहा कि लापरवाही करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।