आध्यात्मिक सत्संग का अन्तिम दिवस,
अभ्यास से असम्भव कार्य भी सम्भव हो जाते हैं : केशवानंद,
बीरबल समाचार सीधी। चिन्मय स्वाध्याय एवं सत्संग मंडल सीधी का पांच दिवसीय वार्षिक सत्संग समारोह के अन्तिम दिवस दिनांक 19 फरवरी 2025 को श्रीमद्भगवत गीता के छठवें अध्याय 31 वें श्लोक से कथा को आगे बढ़ाते हुए बताया कि अभ्यास और वैराग्य से मन को भी नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए किसी इन्द्रिय की आवश्यकता नहीं होती है। रोली मेमोरियल सभागार सीधी में आयोजित सत्संग में सर्व प्रथम माता सरस्वती, श्री कृष्ण भगवान, स्वामी चिन्मयानंद एवं प्रशान्तानन्द जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा धूप दीप प्रज्वलन के साथ सत्संग प्रारम्भ हुआ। आज पूर्व विधायक सीधी पं. केदार नाथ शुक्ल, एड.चन्द्र मोहन गुप्त, डॉ. अम्बरीष कुमार तिवारी, डॉ. सुरेन्द्र बहादुर सिंह डॉ. राम लला शर्मा, एस पी शुक्ला, प्रभाकर सिंह बघेल, श्रीमती मीना गुप्ता, श्रीपाली गुप्ता, उत्कर्ष गुप्ता, चंद्र भान बसंतानी, ललन सिंह गहरवार ने नियमित रूप से भाग लिया। आयोजन में राजपूताना क्लब सीधी की अध्यक्ष श्रीमती ऋचा सिंह, सचिव श्रीमती वर्षा सिंह, उपाध्यक्ष श्रीमती रीतू सिंह एवं उनकी पूरी टीम की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम श्रीमद्भगवद्गीता की आरती के साथ पूर्ण हुआ। इस अवसर पर स्वामी केशवानन्द जी द्वारा उपस्थित समस्त आध्यात्मिक बन्धुओं को प्रसाद स्वरूप गीता की प्रतियां प्रदान की गईं। चिन्मय मिशन सीधी के संरक्षक एवं जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता चन्द्र मोहन गुप्त द्वारा उपस्थित सभी सत्संग प्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया ।