अब आधुनिक तरीके से स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है सीमेंट ईंटो का निर्माण,

बीरबल समाचार सीधी। मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन विकासखंड सीधी अन्तर्गत ग्राम पंचायत कारीमाटी ग्राम कराहिया में गठित दुर्गा स्व सहायता समूह के 04 सदस्यों द्वारा प्रारम्भ में परम्परागत तरीके से मिट्टी के ईट निर्माण का कार्य किया जा रहा था जिसमें आमदनी तो हो रही थी पर ज्यादा संख्या में ईट तैयार करने में अधिक समय लगता था। प्रारम्भ में समूह द्वारा एक दिन में केवल 1500 से 2000 ही ईट तैयार होती थी एवं महीने में 7 से 8 हजार रूपये तक ही आमदनी हो रहीे थी।वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास एवं शासकीय भवन निर्माण में सीमेन्ट की ईटों के प्रचलन के कारण मिशन द्वारा समूह को सीमेन्ट की ईंट तैयार किये जाने हेतु समझाइश दी गई। इस संबंध में सीमावर्ती जिले सिंगरौली में डस्ट की उपलब्धता, बाजार की मांग एवं प्रतिस्पर्धा को दृष्टिगत रखते हुये समूह द्वारा सीमेन्ट की ईंट तैयार करने का निर्णय लिया गया। सीमेन्ट ईंट निर्माण का कार्य प्रारम्भ करने के लिये समूह द्वारा बैंक ऋण/सीसीएल के माध्यम से राशि रू. 5 लाख का ऋण प्राप्त कर आधुनिक आटोमैटिक मशीन क्रय की गयी तथा सीमेंट ईंट निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया। ईंट निर्माण हेतु कच्चा माल एवं सामग्री स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होने से वर्तमान में प्रति दिवस 4-5 हजार ईंटों का निर्माण किया जा रहा है। निर्मित ईंटों को स्थानीय स्तर पर विक्रय का कार्य किया जा रहा है, जिससे माह में 30 से 40 हजार प्रतिमाह आमदनी हो रही है।सचिव दुर्गा स्वसहायता समूह श्रीमती संतोष गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में समूह के सदस्यों द्वारा मशीन के माध्यम से ईंट निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जिससेे कम समय में अधिक उत्पादन हो रहा है एवं समूह सदस्यों की आय में वृद्धि हो रही है। साथ ही बाजार व्यवस्था सुगम होने के कारण उत्पाद स्थानीय स्तर पर विक्रय हो रहा है, इसके लिए आजीविका मिशन को उन्होंने धन्यवाद दिया है।