एसएन द्विवेदी को मिला सहायक आयुक्त का प्रभार,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जनजातीय कार्य विभाग ट्राइबल में पदस्थ रहे सहायक आयुक्त डीके द्विवेदी पर लोकायुक्त पुलिस रीवा द्वारा रिश्वत लेते शुक्रवार को रंगेहाथों पकड़ा था, जिसके बाद कलेक्टर के आदेश पर उन्हें हटा दिया गया है। उनके स्थान पर विभाग में पदस्थ रहें जिला संयोजक एसएन द्विवेदी को सहायक आयुक्त का प्रभार दिया गया है। अपर कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के तहत 10 जनवरी को क्रमांक 19/3-बी.स्था/2025 प्रशासनिक कार्य की सुविधा की दृष्टि से आगामी आदेश पर्यंत स्थाई रूप से एसएन द्विवेदी जिला संयोजक जनजातीय कार्य विभाग जिला सीधी को अपने कार्य के साथ-साथ प्रभारी सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग सीधी का अतिरिक्त प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया गया है। साथ ही अपर कलेक्टर द्वारा आदेश जारी कर उल्लेखित किया गया है कि लोकायुक्त रीवा द्वारा सहायक आयुक्त रहे डॉ. डीके द्विवेदी संयोजक/प्रभारी (मूल पद प्राचार्य उमावि ) जनजातीय कार्य तथा अनसूचित जाति विकास सीधी को रिश्वत लेते रंगे हांथो ट्रेप अथवा छापे की कार्यवाही की गई है। जिस वजह से मध्य प्रदेश शासन सामान्य विभाग मंत्रालय भोपाल के ज्ञापन क्रमांक एफ 11-19/ 2011/ 1-10 भोपाल दिनांक 23 फरवरी 2012 के पैरा 1 में उल्लेखित प्रावधान अंतर्गत डीके द्विवेदी को मूल पद के समस्त प्रभार से मुक्त करते हुए कलेक्ट्रेट सीधी में संबद्ध किया जाता है।

 

 

सत्ता से नहीं सत्य से रखते हैं वास्ता,

 

 

 

जिले में ईमानदारी एवं सच्चे सेवा के लिए अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले श्रीनिवास द्विवेदी को सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग का प्रभार मिलने से विभागीय अमले के साथ साथ आम जनमानस में भी खुशी देखी गई है। बता दें कि श्री द्विवेदी एक ऐसे लोकसेवक हैं जो सत्ता के साथ नहीं बल्कि सत्य के साथ चलने वाले माने जाते हैं। यही वजह है कि सरकार किसी भी दल की हो उन्हें कोई टारगेट करके नहीं चलता है, जिसकी प्रमुख वजह यह भी मानी जाती हैं कि वह आम आदमी की समस्याओं के निदान को लेकर हमेशा प्राथमिकता दी है। जिसके चलते वह आम जनमानस में भी लोकप्रिय हैं।

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