अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर आधारित नाटक को देखकर दर्शकों की आंखें हुई नम, जबरदस्त लूटी बाहबाही,

अहिल्याबाई होलकर का जीवन प्रत्येक के लिए अनुकरणीय–डॉ प्रवीण तिवारी,

 

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। संस्कृति विभाग मध्य प्रदेश एवं विश्व मांगल्य सभा के संयुक्त तत्वाधान में पुण्य श्लोका देवी अहिल्याबाई होल्कर की त्रि जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर विश्व मांग्ल्य सभा द्वारा देवी अहिल्याबाई होलकर के संपूर्ण जीवन पर आधारित नाटक का मंचन स्थानीय सम्राट चौक पार्किंग में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री प्रज्ञा त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य, क्षेत्रीय संगठन मंत्री पूजा पाठक एवं विश्व मांगल्य सभा की प्रांत संयोजिका डॉक्टर प्रवीण शरदेन्दु तिवारी की अध्यक्षता में किया गया। विशिष्ट रूप से निर्देशक सुबोध सर्जिकर नागपुर, निकिता शिरसाट राष्ट्रीय समन्वयक राष्ट्र समर्था रही।अध्यक्षीय उद्बोधन में कार्यक्रम की संयोजक और विश्व मांग्ल्य सभा की प्रदेश संयोजक डॉ प्रवीण शरदेन्दु तिवारी ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कुछ ही पलों में मानचित्र किया जाने वाला नाटक आपको सजीवता की ओर ले जाएगा। यह नाटक केवल नाटक कौशल ही नहीं बल्कि भारत की महानता और उच्च जीवन मूल्य पर आधारित है।प्रदेश संयोजक श्रीमती डॉ तिवारी ने कहा कि विश्व मांगल्य सभा संस्कार, सामर्थ, सदाचार और सेवा के लिए निरंतर भारत माता की सेवा के लिए अनेक प्रकार के प्रकल्प और कार्यक्रमों के माध्यम से जनता जनार्दन की सेवा कर रही है। लगभग 2 घंटे से अधिक की नाट्य प्रस्तुति आपको जहां एक और भाव विभोर करेगी वहीं दूसरी ओर जोश और उत्साह भी पैदा करेगी। विश्व मांग्ल्य सभा द्वारा भारत के विभिन्न 51 शहरों में नागपुर के विशिष्ट 45 कलाकारों द्वारा प्रस्तुति की जा रही है। नाट्य मंचन सीधी जिले वासियों के लिए कल्याणकारी एवं देवी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व से प्रेरणा प्रदान करने वाला होगा। आयोजक डॉक्टर श्रीमती डॉक्टर तिवारी ने सभी अतिथियों एवं गणमान्य नागरिको और कला प्रेमियों का अभिनंदन किया।

 

नाट्य मंचन से होगा सजीवता का बोध — पूजा पाठक,

 

विश्व मांगल्य सभा की क्षेत्रीय संगठन मंत्री पूजा पाठक ने नाट्य मंचन के पूर्व संबोधित करते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई होलकर की जीवन गाथा, बाल्यकाल से लेकर तत्कालीन राजाओं के रण क्षेत्र में लोहा मनवाने का इतिहास कुछ ही पलों में नाट्य मंचन के माध्यम से आपको देखने समझने को मिलेगा। इस नाटक का पहला मंचन काशी के नमो घाट से प्रारंभ होकर आज द्वितीय मंचन बाणभट्ट की नगरी सीधी में हो रहा है। त्रि शताब्दी समारोह का समापन मालवा प्रांत के महेश्वर में 6 फरवरी को संपन्न होगा।

 

आंखें हुई नम,

 

सती प्रथा के प्रसंग एवं देवी अहिल्याबाई होल्कर की न्याय प्रियता को देखकर कुछ फलों के लिए दर्शकों की आंखें नम हो गई। लेखक डॉ वृषाली जोशी नागपुर है।

 

 

दर्शकों ने जबरदस्त ठंड के बीच नाटक का लिया भरपूर आनंद,

 

 

स्थानीय सम्राट चौक पार्किंग में देवी अहिल्याबाई होलकर की जीवन गाथा पर आधारित नाटक का दर्शकों ने कड़ कराती ठंड के बीच जबरदस्त आनंद उठाया। दर्शक मंत्र मुग्ध होकर, नाटक के कलाकारों के साथ आत्मसात दिखे। खचाखच भरी सम्राट चौक पार्किंग में दर्शकों का उत्साह जोश देखते ही बन रहा था । इस दौरान भारत माता की जय और देवी अहिल्याबाई होलकर जिंदाबाद के शानदार नारे लगे।

 

 

 

यह रहे प्रमुख कलाकार,

 

 

 

ऐश्वर्या शिंदे, अभिषेक, वर्षा, अमोल ,आनंद, वैदेही, सतीश, विजय श्री, नित्य श्री ने प्रमुख कलाकारों के रूप में नाट्य मंचन में प्रस्तुति दी। नाटक प्रस्तुति के पश्चात आयोजन समिति द्वारा शानदार प्रस्तुति देने के लिए कलाकारों का अभिनंदन किया गया।इस अवसर पर प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक पुष्पराज सिंह परिहार, लोकसभा संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ राजेश मिश्रा, धौंहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम, भाजपा जिला अध्यक्ष देव कुमार सिंह चौहान, देवेंद्र सिंह चौहान मुन्नू ,बृज बिहारी लाल शर्मा, पूनम सोनी ,मीना गुप्ता, रंजना मिश्रा, अंजू पाठक, अजीता द्विवेदी, डॉक्टर वर्षा गौतम ,सरस्वती बहेलिया, संगीता गुप्ता, प्रियंका तिवारी, भानु पांडे, सुरेंद्र मणि दुबे, संजय तिवारी, अंबुज पांडे, प्रदीप शुक्ला, रजनीश शुक्ल सहित हजारों की संख्या में गणमान्य नागरिक एवं कला प्रेमी श्रोता, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रतिनिधियों के साथ उपस्थित रहे।

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