25 हजार रुपए रिश्वत के साथ नायब तहसीलदार गिरफ्तार,
लोकायुक्त टीम रीवा ने की ट्रेपिंग कार्यवाही,
भूमि नामांतरण के लिए मांगी गई थी रिश्वत की राशि,
बीरबल समाचार सीधी। लोकायुक्त टीम रीवा ने आज शनिवार सुबह तहसील मुख्यालय मझौली में प्रभारी नायब तहसीलदार बाल्मीक प्रसाद साकेत को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए ट्रेप किया। यह रिश्वत पारिवारिक भूमि के नामांतरण के लिए ली जा रही थी। प्रभारी नायब तहसीलदार को आज सुबह करीब 9 बजे उनके सरकारी आवास में रिश्वत लेते हुए 12 सदस्यीय लोकायुक्त टीम ने दबोचा। रिश्वत मांगने की शिकायत प्रवेश कुमार शुक्ला निवासी ग्राम सरैहा, पोस्ट मझौली, जिला सीधी द्वारा लोकायुक्त रीवा कार्यालय में 19 तारीख को की गई थी। शिकायत के सत्यापन पर लोकायुक्त रीवा ने यह पाया गया कि प्रभारी नायब तहसीलदार बाल्मीक प्रसाद साकेत द्वारा भूमि के नामांतरण के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है। प्रथम किस्त के रूप में 25 हजार रुपए की डिमांड की गई थी। शिकायत सत्यापित होने के बाद लोकायुक्त टीम ने आज 21 दिसंबर 2024 को सुबह प्रथम किस्त में 25 हजार रुपए की रिश्वत देने का निर्धारण शिकायतकर्ता के माध्यम से कराया था। उधर कार्यवाही के लिए लोकायुक्त पुलिस टीम आज भोर में ही मझौली तहसील परिसर के आसपास दो गाडिय़ों में पहुंच गई थी। टीम के सभी सदस्य सिविल ड्रेस में थे। सुबह करीब 9 बजे शिकायतकर्ता प्रवेश कुमार शुक्ला तहसील कार्यालय के पीछे स्थित प्रभारी नायब तहसीलदार के शासकीय आवास में दाखिल हुआ। अंदर जाने के कुछ समय बाद ही उसके द्वारा बाहर मौजूद लोकायुक्त पुलिस टीम को इशारा किया गया जिसके बाद लोकायुक्त टीम अंदर दाखिल हुई और 25 हजार रुपए की रिश्वत के साथ प्रभारी नायब तहसीलदार बाल्मीक प्रसाद साकेत को दबोच लिया। प्रभारी नायब तहसीलदार की गिरफ्तारी के बाद कार्यवाही के लिए 12 सदस्यीय लोकायुक्त टीम मझौली तहसील कार्यालय पहुंची। यहां दोपहर तक कार्यवाही का सिलसिला जारी रहा। इसके बाद इसके बाद लोकायुक्त पुलिस टीम गिरफ्तार किए गए प्रभारी नायब तहसीलदार को लेकर मझौली से सीधी के लिए रवाना हो गई।
सीधी के सर्किट हाउस में चली कार्यवाही,
लोकायुक्त टीम रीवा द्वारा पकड़े गए नायब तहसीलदार मझौली को सीधी में सर्किट हाउस लाकर कार्रवाई पूर्ण की है, कार्यवाही का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। यहां आरोपी प्रभारी नायब तहसीलदार एवं शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए।इसके बाद आरोपी प्रभारी नायब तहसीलदार को निज मुचलके में रिहा कर दिया गया। बता दें कि सीधी जिले में राजस्व विभाग द्वारा बिना लेनदेन किसानों का कार्य नहीं किया जाता है, यहां हल्का पटवारी से लेकर समूचा प्रशासनिक अमला किसानों के प्रकरणों की सुनवाई बिना सुविधा शुल्क नहीं कर रहा है। इस कार्यवाही से मझौली क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली है।
नामांतरण के लिए मांगी थी रिश्वत,
लोकायुक्त टीम रीवा की ओर कार्यवाही का नेतृत्व कर रहे डीएसपी प्रमेन्द्र कुमार ने बताया शिकायतकर्ता प्रवेश कुमार शुक्ला ने लोकायुक्त कार्यालय में नायब तहसीलदार मझौली द्वारा रिश्वत मांगने की लिखित शिकायत की थी। सत्यापन में पाया गया कि 50 हजार रुपए के रिश्वत की मांग प्रभारी नायब तहसीलदार मझौली बाल्मीक प्रसाद साकेत द्वारा की जा रही है। जिसमें आज प्रथम किस्त में 25 हजार रुपए रिश्वत लेते प्रभारी नायब तहसीलदार को ट्रेप किया गया है। इस मामले की विवेचना की जा रही है। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जा रहा है।