सरपंच एवं सचिव के द्वारा लिखी जा रही भ्रष्टाचार की इबारत
बगैर निर्माण के ही निकाल ली गई लाखों की राशि
मामला सिहावल जनपद के ग्राम पंचायत बमुरी का,
बीरबल समाचार सीधी। जिले के सिहावल जनपद अंतर्गत के एक ग्राम पंचायत में सरपंच एवं सचिव की मिलीभगत से कागजों में ही निर्माण कार्य दर्शा कर लाखों रुपए डकार लिए जाने का मामला सामने आया है।
उल्लेखनीय हैं कि हैं कि यह पूरा मामला सिहावल जनपद अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बमुरी का है, जहां के रहवासियों ने सरपंच एवं सचिव के क्रियाकलापों पर सवालिया निशान लगा दिया है, ग्रामीणों के अनुसार पीसीसी निर्माण कार्य को लेकर तीन बिल के माध्यम से दिनांक 24.6.2024 कों गिट्टी बालू और सीमेंट के नाम पर लाखों की राशि निकाल ली गई हैं। जबकि एक तगाड़ी गिट्टी सड़क में नहीं डाली गई है। सूत्रों की मानें तो यह राशि सरपंच सचिव द्वारा करीब 4 से 5 माह पहले आहरित की गई है।
बताया गया है कि आनलाइन पोर्टल में दर्ज जानकारी अनुसार यह निर्माण कार्य रामप्यारे दुबे के घर से विद्यापति दुबे के घर तक पीसीसी सड़क बननी थी लेकिन आज तक ना तो कोई मटेरियल गिराया गया ना ही निर्माण कार्य की शुरुआत की गई। जबकि पैसा आहरित कर लिया गया है।
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि अगर बमुरी पंचायत की जांच एक ईमानदार अधिकारी से कराई जाए तो इस तरह के और मामले उजागर हो सकते हैं जो जमीन में कहीं नहीं दिख रहे हैं लेकिन सरकार के खजाने में सेंध लग गई है।

इन्हें मिल रहा है सत्ता का संरक्षण,
ग्राम पंचायत बमुरी का सरपंच विमलेश रावत वर्तमान समय पर सरपंच के साथ साथ भाजपा सिहावल मंडल के महामंत्री के पद का भी दायित्व है, जिसका असर इस भ्रष्टाचार की इबारत लिखने में देखा जा रहा है। इसी तरह ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक कमलेश कुमार केवट का भी प्रभाव देखने को मिला है, वैसे तो वह रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ हैं लेकिन सत्ता पक्ष से सेटिंग होने के चलते ग्राम पंचायत के सचिव का प्रभार भी इन्हीं के पास है। यही वजह है कि प्रभारी सचिव एवं सरपंच द्वारा निर्माण कार्यों के नाम फर्जी तरीके से बिल भुगतान कर लाखों रुपए डकारे जा रहे हैं।