कपुरी कोठार के प्राचीन हनुमान मंदिर मार्ग में सरपंच ने खोदा मौत का कुंआ,कभी भी हो सकती है अप्रिय घटना
बीरबल समाचार सीधी। जिले के रामपुर नैकिन तहसील के कपुरी कोठार के हनुमान मंदिर परिसर की जमीन पर अपना अधिपत्य जमाने का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है जिससे बजरंगबली पर आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं को पूजा पाठ में आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है हद तो तब हो गई जब मंदिर परिसर में किये जाने वाले निर्माण कार्य पर रोक लगने के बाद भी सरपंच ने आदिवासी महिला होने की धौंस दिखाकर परिसर के रसोई और भंडारा परिसर में गेट लगाकर ताला जड़ दिया था वही मंदिर मार्ग के सीढ़ी के पास दो गहरे गड्ढे खोद दिए हैं दोनों गड्ढे मिनी कुंआ के आकार के जिसमें बड़ी घटना हो सकती है।
गौरतलब हो कपुरी कोठार के प्राचीन हनुमान मंदिर के हुए विस्तार को देखकर भरतपुर सगौनी निवासी अखिलेश पाण्डेय के मन में कमाई का जरिया बनाने का लालच आ गया तो उन्होंने पहले बजरंग धाम के नाम से ट्रस्ट बनाकर हथियाने का प्रयास किया जिसका कपुरी कोठार सहित क्षेत्र के लोगों ने विरोध किया तो ट्रस्ट की उम्मीद छोड़ कर सरपंच को आगे करके कब्जा करने की कोशिश शुरू कर दिया है गत नवम्बर माह के 24तारीख को दोपहर में रसोई और भण्डारा परिसर में गेट लगवा कर ताला जड़वा दिया जिससे श्रद्धालुओं को प्रसाद बनवाने और वितरण के लिए संकट खड़ा हो गया भक्तों ने मंदिर के सामने प्रसाद बनाने और वितरण के लिए सड़क का उपयोग करने को विवस हुए जब इसका भी विरोध पुजारी हनुमान प्रसाद मिश्र और मंदिर समिति के अध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह गहरवार सचिव रामबिहारी पाण्डेय सहित पूरी समिति ने किया तो सरपंच पति मिस्त्री लेजाकर ताला तुड़वा दिया लेकिन प्रसाद वितरण के लिए जगह बहाल नहीं किया ऊपर से सड़क के दोनों छोर में विशाल गेट खड़ा करने के लिए जान लेवा कुंआ रूपी गड्ढे खोदवा दिया है जिसके कारण रात में और भोर में आने वाले भक्त गिरकर घायल हो रहे हैं। समिति के अध्यक्ष ने बताया की लगातार सरपंच पति और प्रभारी सचिव से मौत को आमंत्रण देते गड्ढों को पाटने की गुहार लगाया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है शायद सरपंच को बड़े हादसे का इंतजार है इसलिए कुंआ रूपी गड्ढे को पाटने से परहेज़ कर रहे हैं।
गिरकर हो चुके घायल पर सरपंच को फ़िक्र नहीं
कपुरी कोठार के प्राचीन हनुमान मंदिर के पूर्वी परिसर जो रीवा शहडोल राष्ट्रीय मार्ग के तरफ सरपंच ने अपने सिपहसालारो के साथ पहुंचकर मारपीट की धौंस दिखाकर दो कुंआ रूपी गहरे गड्ढे खोदवा दी है जिसमे श्रद्धालुजन गिर कर घायल हो रहे हैं मंदिर समिति ने आरोप लगाया है की सरपंच मंदिर पहुंचकर न केवल उपद्रव करते और कराते रहते हैं सरपंच अपने खड़यंत्र में कामयाब नही हुए तो मौत का कुंआ खनन करा दिया है शीघ्र नहीं बंद किया तो जनहानि से इंकार नहीं किया जा सकता है।
कलेक्टर के आदेश की सरपंच ने किया अनदेखी
बोर वेल में गिरने की हो रही घटनाओं को देखते हुए सीधी कलेक्टर सूखे बोर खुले बोर को मजबूती से बंद करनेका आदेश जारी किया है यहां तक की कुंआ बावड़ी जिनका उपयोग नहीं हो रहा है मजबूती से बंद करने का आदेश जारी है लेकिन कपुरी कोठार के सरपंच पर कलेक्टर के आदेश का कोई असर नहीं हो रहा है वो मौत होने तक के लिए विशाल गड़े खोद कर छोड़ दिया है। सरपंच और उनके सिपह सलार अखिलेश ने गड़ढे पटवाने से साफ इंकार किया है।