शुरू हुई खंतरा पंचायत के भ्रष्टाचार की जांच, टीम ने डारा डेरा

प्रभावित बैगा परिवारों ने जांच टीम पर लगाया पक्षपात का आरोप

आवास योजना में हितग्राहियों से पैसा वसूली का मामला आया था सामने,

 

 

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जिले के जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत ग्राम पंचायत खंतरा में सरपंच/सचिव द्वारा बैगा जनजाति के परिवारों को योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर लूट करना महंगा पड़ सकता है जिसको लेकर समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई, प्रकाशित खबर को गंभीरता से लेते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जांच ने टीम गठित कर जांच शुरू करा दी गई है जबकि जांच टीम के ऊपर प्रभावित बैगा परिवारों द्वारा पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। शिकायत में कहा गया है कि बैगा परिवारों को प्रधानमंत्री जन मन योजना के तहत 2 लाख रुपए आवास के लिए स्वीकृत किए गए हैं लेकिन सरपंच लल्लू लाल बैस द्वारा आवास योजना के तहत हर आवासधारी से 10 से लेकर 30 हजार रुपए तक की वसूली की गई और जिनके द्वारा पैसा देने से मना किया गया तो उनका नाम जनमन आवास योजना में नहीं जोड़ा गया।साथ ही सरपंच द्वारा आवास योजना में मिलने वाली मजदूरी की राशि भी खाते में डालकर यह कह कर निकलवा ली गई कि मेरे निर्माण कार्य की मजदूरी है वहीं कई हितग्राही आवास योजना में मजदूरी किए हैं लेकिन उन्हें मजदूरी की राशि नहीं प्राप्त हुई है बल्कि सचिव द्वारा फर्जी लोगों के नाम मस्टर रोल जारी कर आवास के मजदूरी की राशि आहरित कराई गई है। शिकायत में मांग की गई है कि ग्राम पंचायत खंतरा में वितरित जनमन आवास योजना की जांच कर वसूली की गई राशि को दिलवाने का कष्ट करें साथ ही बैगा आदिवासी परिवारों को त्वरित न्याय दिलाया जाए।

 

 

 

सीईओ ने गठित की जांच टीम,

 

 

मीडिया द्वारा जब उपरोक्त मामले से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद मझौली ज्ञानेंद्र मिश्रा को अवगत कराया गया तो उनके द्वारा तत्काल जांच टीम गठित की गई और टीम 28 नवंबर को प्रभावित परिवारों के बीच जांच करने पहुंचे जहां प्रभावित ग्रामीणों ने कहा कि जांच टीम द्वारा पैसा वापस कराने की बात की जा रही थी जबकि हम लोग दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे थे, इसी बात को लेकर हम लोगों का कथन सही तरीके से नहीं लिया गया जबकि वास्तविक प्रतिवेदन दिया जाना चाहिए ऐसे में मांग करते हैं कि जिला स्तर से जांच टीम गठित हो ताकि निष्पक्ष जांच हो और हम लोगों को न्याय मिले।

 

 

 

इनका कहना हैं।

 

 

आवास योजना के नाम पर हम लोगों से लूट की गई है मजदूरी भी दूसरों के खाते में डालकर डकार गए हैं जबकि जांच टीम द्वारा सरपंच सचिव को बचाने का प्रयास किया जा रहा था इसलिए हम संतुष्ट नहीं है निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

 

 

लालमणि बैगा प्रभावित हितग्राही खंतरा।

 

 

हम लोगों के साथ जिस तरह लूट की गई है और अन्याय किया गया है उसका कथन लिखा रहे थे लेकिन जांच अधिकारी सही बात लिखने को तैयार नहीं थे इसलिए जिला स्तर से जांच कराने की मांग करते हैं।

 

 

राम विशाल बैग प्रभावित हितग्राही।

 

 

टीम के साथ हम लोग जांच करने गए थे लेकिन सचिव द्वारा मस्टर रोल उपलब्ध नहीं कराया गया और कुछ अन्य भी विसंगति के कारण जांच पूरी नहीं हुई है प्रभावितों का कथन भी नहीं लिया गया है।

 

 

रोशन लाल गुप्ता पीसीओ एवं जांच अधिकारी।

 

 

यह कोई अंतिम जांच नहीं है प्राथमिक जांच है अभी विभागीय जांच भी होगी और जिला स्तर से भी जांच की जाएगी क्योंकि मामला जिला सीईओ के संज्ञान में आ चुका है। दोषी किसी हालत में नहीं बच सकते हैं।

 

 

 

ज्ञानेंद्र मिश्रा सीईओ जनपद पंचायत मझौली।

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