पोड़ी उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सकों के आवास की समस्या,
सीधी। जिले के कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत संचालित उप स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी में पदस्थ चिकित्सकों के रहने के लिए अस्पताल परिसर पर भवन नहीं है, जिससे यहां पदस्थ चिकित्सकों को इस ग्रामीण क्षेत्र में काफी कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है। संजय टाइगर रिजर्व का जंगली क्षेत्र है यहां आए दिन जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणो को अपना शिकार बनाया जाता है। जिससे यहां पदस्थ कर्मचारियो को जानवरों का डर बना रहता है और ऐसे में वहा पदस्थ कई लोग गांव में किराए के मकान में रहकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। गांव में कमरा लेकर रहने से रात्रि कालीन इमरजेंसी सेवा में मरीज और पीड़ित व्यक्ति को तुरंत चिकित्सकीय सेवाएं नहीं मिल पाती हैं और उसी के चलते कई बार लोगों को लोगो की जान गवानी पड़ती हैं। इस संबंध में पोडी उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सक डॉक्टर विकट सिंह से जब चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि वही परिसर पर एक चार्जर भवन है जिसमे मैं किसी तरह से रहकर अपनी सेवाएं दे रहा हूं, भवन की स्थिति काफी खराब है जबकि अस्पताल की जमीन करीब एक एकड खाली पड़ी है लेकिन अभी तक आवास भवन का निर्माण नहीं कराया गया है। जिससे यहां पर पदस्थ लैब टेक्नीशियन, सपोर्ट स्टाफ, दो एएनएम, तीन स्टाफ नर्स कुल 6 स्टाप है जो भवन को लेकर परेशान है और किराए के मकान पर रहकर किसी तरह से अपना गुजारा कर रहे है। जब कभी रात्रि कालीन कोई इमरजेंसी मरीज आते हैं तो है तो उनको तुरंत रेफर करना पड़ता या फिर प्राथमिक इलाज करना हुआ तब थोड़ी कठिनाइयां होती हैं। उन्होने बताया कि सूचना मिलने पर हमारे कर्मचारी कमरे से ही तत्परता से पहुंचकर अपनी सेवाएं रात्रि में भी देते हैं लेकिन जंगली क्षेत्र है जानवरों का मूवमेंट यहां बना रहता है इसलिए डर भी बना रहता है। ग्रामीणों को चिकित्सीय सुविधा देने के लिये हम काम करते है और समय से ओभर काम करके अपनी सेवाएं दे रहे हैं वही मीडिया के माध्यम से क्षेत्रीय विधायक एवं सांसद का ध्यान भी आकृष्ट कराते हुए उप स्वास्थ्य केंद्र पोडी मे आवासीय भवन निर्माण की मांग उठाई है।