सीईओ विहीन जनपद कार्यालय मझौली, परिसर में लटक रहा ताला, जिला मुख्यालय में डेरा जमाएं बैठे हैं अधिकांश कर्मचारी, स्थानीय विधायक के संरक्षण मिलने का लग रहा आरोप,
बीरबल समाचार सीधी। जनपद पंचायत मझौली के सीईओ रहें एस एन द्विवेदी गत दिनों अपने मूल विभाग में वापस आ गए, ऐसे में जनपद पंचायत मझौली के सीईओ का पद रिक्त हो गया है। जिसका सबसे ज्यादा फायदा इस कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी उठा रहे हैं। ज्ञात हो कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी के बगैर जनपद पंचायत मझौली का सारा कामकाज ठप्प पड़ा हुआ है, कहने के लिए तो कुसमी के सीईओ को प्रभार सौपा गया है लेकिन वह मंत्री मिनिस्टर जनप्रतिनिधियों के दौरा कार्यक्रम के समय ही नजर आते हैं इसके बाद उनका कोई ठौर- ठिकाना नहीं रहता जिससे जनपद पंचायत मझौली का सारा कामकाज बंद पड़ा है ना तो जनसुनवाई हो रही ना ही समय सीमा व समीक्षा बैठक हो रही। क्षेत्र की जनता जनार्दन जनपद पंचायत का चक्कर लगाकर लौट जाती है, लेकिन कोई कामकाज नहीं हो रहा है। क्षेत्रीय जनता परेशान होकर अब तो यहां तक कहने लगी है कि क्षेत्रीय विधायक का संरक्षण प्राप्त होने के कारण अधिकारी, कर्मचारी बेलगाम हो गए हैं अगर विधायक चाह ले तो कोई अच्छे सीईओ की पदस्थापना करा सकते हैं लेकिन क्षेत्रीय जनता की समस्याओं से विधायक को कोई लेना-देना ही नहीं रहा। पूर्व में पदस्थ मान सिंह सैयाम सीईओ के जाने के बाद कोई स्थाई सीईओ जनपद पंचायत मझौली को नहीं मिल सका बस उधारी में सीईओ लेकर काम चलाया जा रहा है जो जनप्रतिनिधियों के पिछ लग्गू बनकर रह गए हैं। सीईओ के न होने के कारण जनपद पंचायत मझौली में पदस्थ अधिकांश कर्मचारी सीधी में डेरा जमाए हुए हैं जिसमें प्रदीप मांडले लेखाधिकारी, अनिल सिंह प्रभारी पीएम आवास, टीडी वर्मा पीसीओ, शौचालय एवं स्वच्छता प्रभारी श्री पटेल सहित आधे से अधिक जनपद के जिम्मेदार कर्मचारी सीधी में रहकर जनपद को चला रहे हैं। क्षेत्रीय जनता जनार्दन ने स्थानीय विधायक से निराश होकर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जनपद पंचायत मझौली में स्थाई सीईओ की पदस्थापना करने की मांग उठाई है।
शिकायत पर जनपद पहुंचे एसडीएम,
जनपद पंचायत मझौली के कार्यालय में ताला बंद होने की जानकारी मिलते ही एसडीएम मौके पर पहुंच कर जायजा लिया है। एसडीएम ने कार्यालय से अनुपस्थित रहने वाले जनपद कर्मचारी प्रदीप मांडले, अनिल सिंह, टीडी वर्मा, राजेश्वर तिवारी एवं पटेल की उपस्थिति पंजी में लकीर खींच दिया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर को दी जाएगी और मगंलवार को अनुपस्थित रहने वाले सभी कर्मचारियों की एक दिन की वेतन काटने की कार्यवाही की जावेगी। बता दें कि प्रभारी सीईओ की लापारवाही के चलते मझौली क्षेत्र के लोगों को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा हैं।
स्थानीय विधायक पर आरोप,
मीडिया से संपर्क करते हुए मझौली जनपद क्षेत्र अंर्तगत आने वाले किसानों ने बताया कि स्थानीय विधायक कुंवर सिंह टेकाम द्वारा अपने क्षेत्र की जनता के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है, अन्यथा श्री द्विवेदी के जानें के तत्काल बाद ही मझौली जनपद में नए सीईओ की पदस्थापना करा दी जाती। कलेक्टर ने वैकल्पिक व्यवस्था के अनुरूप कुसमी जनपद सीईओ को मझौली जनपद का प्रभार सौंपा गया था लेकिन वह यहां सिर्फ नेताओं के दौरे के समय ही आते हैं, अगर वह सप्ताह में दो दिन भी जनपद मझौली में उपस्थित रहते तो बहुत कुछ लोगों को राहत मिल सकती थीं लेकिन वह यहां सिर्फ नेताओं के आवभगत के लिए ही आतें है।