कन्या आश्रम बमुरी के अधीक्षक को हटाने जनपद सदस्य ने लिखा पत्र,
बीरबल समाचार सीधी। जनपद पंचायत सीधी अंतर्गत ग्राम पंचायत बमुरी के ग्राम बमूरी में जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित अनुसूचित जनजाति कन्या छात्राबाश में व्यापक भ्रष्टाचार व अधीक्षक के तानाशाही रवैया तथा उनके पति मुकेश नागर के द्वारा कन्या आश्रम बमुरी में अवैधानिक हस्तक्षेप वा अधीक्षक सविता नागर को अधीक्षक पद से हटाए जाने हेतु रामलखन पनिका जनपद सदस्य वार्ड 18 बमुरी ने कलेक्टर सीधी,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत,सांसद सीधी को पत्र लिख कर मांग किया है की अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम बमुरी में सविता नागर सहायक शिक्षक को जनजातीय कार्य विभाग सीधी के द्वारा विगत 7 वर्ष पूर्व अधीक्षक का प्रभार दिया गया है। जनपद सदस्य बमुरी का कहना है कि सविता नागर रात्रि में स्वयं कभी भी छात्राबाश में निवास नही करती है। दो घंटे के लिए स्कूल आती है और चली जाती है रात्रि विश्राम जिला मुख्यालय सीधी में करती है। बच्चियां को स्कूल समय पश्चात उनके पति मुकेश नागर द्वारा उनके घर भेज दिया जाता है रात्रि में 5.10 बालिका ही रुकती है,सुबह सायं का नाश्ता, भोजन तथा अन्य शासकीय सुविधाएं उनको नही दिया जाता है। सविता नागर के पति मुकेश नागर स्कूल आश्रम का पूरा कार्य देखते है जनपद सदस्य का कहना है की पूर्व में कई बार शिकायत की गई लेकिन आज तक सहायक आयुक्त द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया है। 20 अगस्त 2024 को अभिभावक वा ग्रामीणों द्वारा विरोध स्वरूप गेट में तालाबंदी किया गया था सीईओ राजेश पटेल जनजातीय कार्य विभाग सीधी द्वारा जांच की गई थी जांच के दौरान अभिबाबको को एक सप्ताह में श्रीमती सविता नागर को हटाने का आश्वासन भी दिया गया था, उनके द्वारा जांच प्रतिवेदन में सविता नागर को हटाने का प्रस्ताव भी दिया गया है लेकिन सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग द्वारा नही हटाया जा रहा है।आवेदन पत्र देकर मांग की गई है की तत्काल सविता नागर को हटाया जाय।