तूफानी चक्रवात से दर्जनों घर हुए ध्वस्त, मुआवजे की मांग,
पीड़ित परिवारों से मिले जनपद उपाध्यक्ष, दिया सहयोग का भरोसा,
बीरबल समाचार सीधी। जिले के तहसील क्षेत्र कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत चिनगवाह के ग्राम विटखुरी में आए तूफानी चक्रवात से तीन दर्जन से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं जहां पीड़ित परिवारों से मिलने जनपद कुसमी के उपाध्यक्ष भूपाल सिंह पहुंचे और सभी को यथासंभव सहयोग का भरोसा दिलाते हुए प्रशासन से तत्काल सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि 16 सितंबर सोमवार को दोपहर लगभग 11 से 12 के बीच चक्रवाती तूफान बारिश के साथ आया जहां छोटे बड़े कई पेड़ धराशाई हो गए वहीं कच्चे घरों के छप्पर उड़ गए। इतना ही नहीं राजभान गुप्ता के मकान में ही आम का बड़ा पेड़ गिर गया जिससे वह बेघर हो गया है। जबकि कई घरों के छप्पर उड़ जाने से और दूसरे दिन लगातार बारिश होने से प्रभावितों के घरों में पानी भर गया है जिससे उनके पास ना तो खाना बनाने के लिए व्यवस्था है और ना ही सोने के लिए,जबकि तीसरे दिन भी प्रशासन महज जांच की औपचारिकता में सिमटा रहा।पटवारी एवं सचिव द्वारा बताया गया कि 39 लोगों को क्षति हुई है जिन्हें सूचीबद्ध किया गया है और जांच की जा रही है उन्हें नुकसानी मुताबिक आरबीसी के प्रावधानों के तहत सहायता मिलेगी।
ग्रामीणों में दिखा आक्रोश,
पीड़ितों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि जब घरों के छप्पर उड़ गए और पूरा पानी उनके अंदर घर में जा रहा है फिर भी तीसरे दिन तक प्रशासन के द्वारा कोई भी तात्कालिक सहायता नहीं उपलब्ध कराई गई। मात्र जांच कार्यवाही की जा रही है जबकि तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जानी चाहिए। वहीं पीड़ितों से मिलने जब जनपद उपाध्यक्ष पहुंचे तो उनके सामने ग्रामीणों द्वारा कहा गया कि प्रशासन द्वारा अभी तक कोई सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई है। ग्रामीणों की परेशानी और नुकसानी को देखते हुए जनपद उपाध्यक्ष ने प्रशासन से मांग की है कि प्रत्येक प्रभावित परिवार को 50-50 हजार रुपए तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए और वर्षा से घरों की सुरक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध कराया जाए। वहीं प्रशासन के रवैया पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है ऐसे परिवारों को तीसरे दिन तक सहायता उपलब्ध न होना प्रशासन तंत्र के संवेदनहीनता का परिचायक है जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। वहीं मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता दिग्विजय सिंह के द्वारा भी ग्रामीणों को सांत्वना देते हुए भरोसा दिलाया गया कि वह दुख की घड़ी में उनके साथ हैं और हर संभव मदद करने का प्रयास करेंगे।