विहिप ने स्थापना दिवस पर सेमरिया प्रखण्ड में ली बैठक,

 

 

 

 

बीरबल समाचार  सीधी। विश्व हिन्दू परिषद का स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया। कठौली ग्राम पंचायत सर्व प्रथम भगवान राम दरबार के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित और स्वतिवचन कर कार्यक्रम आयोजित किया गया। अध्यक्षता राम करण कोल, मुख्या वक्ता रवि राय बहादुर सिंह, विशिष्ठ अतिथि राज कुमार पाण्डेय जिला सह कोषाध्यक्ष, मंच संचालन जिला मंत्री अनिल कुमार मिश्र द्वारा किया गया। राज कुमार पाण्डेय ने प्रस्थापना में कहा विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना 1964 में हुई। इसके संस्थापकों में स्वामी चिन्मयानंद, एसएस आपटे, मास्टर तारा सिंह थे। पहली बार 21 मई 1964 में मुंबई के संदीपनी साधना शाला में एक सम्मेलन हुआ। सम्मेलन आरएसएस सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर ने बुलाई थी। इस सम्मेलन में हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध के कई प्रतिनिधि मौजूद थे। सम्मेलन में गोलवलकर ने कहा कि भारत के सभी मताबलंवियों को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिंदू, हिन्दुस्तानियों के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है और यह धर्मों से ऊपर है। मुख्यवक्ता रवि राय बहादुर सिंह ने कहा सम्मेलन में तय हुआ कि प्रस्तावित संगठन का नाम विश्व हिंदू परिषद् होगा। 1966 के प्रयाग के कुंभ मेले में एक विश्व सम्मेलन के साथ ही इस संगठन का स्वरूप सामने आया। आगे यह फैसला किया गया कि यह गैर-राजनीतिक संगठन होगा और राजनीतिक पार्टी का अधिकारी विश्व हिंदू परिषद का अधिकारी नहीं होगा। संगठन के उद्देश्य और लक्ष्य कुछ इस तरह तय किए गए हिंदू समाज को मजबूत करना। हिंदू जीवन दर्शन और आध्यात्म की रक्षा, संवर्द्धन और प्रचार विदेशों में रहने वाले हिंदुओं से तालमेल रखना, हिंदू और हिंदुत्व की रक्षा के लिए उन्हें संगठित करना और मदद करना है। सरसिज सिंह ने आभार प्रकट किया गया। उक्त कार्यक्रम में संदीप गुप्ता जज्ञलाल गुप्ता छोटेलाल गौड़,बुद्धसेन बैगा रमेश प्रजापति। उक्त जानकारी धीरेश मिश्रा प्रचार प्रसार प्रमुख द्वारा दी गई।

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