ब्रह्मकुमारी आश्रम में मनाया गया श्री कृष्ण जन्मोत्सव,
बीरबल समाचार सीधी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सीधी जिला मुख्यालय स्थित मुख्य सेवा केंद्र में सोमवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया गया। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चे कृष्ण और राधा बनकर पहुंचे थे जिनकी आरती उतारी गई। सीधी जिले स्थित सेवा केंद्रों की मुख्य संचालिका राजयोगिनी रेखा दीदी ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अलौकिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि श्रीकृष्ण सोलह कला सम्पूर्ण देवता हैं। श्रीकृष्ण में शारीरिक आरोग्यता और सुन्दरता की, आत्मिक बल और पवित्रता की तथा दिव्य गुणों की अत्यन्त पराकाष्ठा थी। मनुष्य चोले में जो सर्वोत्तम जन्म हो सकता है, वह उनका था। सतयुग से लेकर कलियुग के अन्त तक अन्य कोई भी इतना महान न हुआ है, न हो सकता है। श्रीकृष्ण हमारे मान्य पूर्वज है। उन्होंने गीताज्ञान एवं सहज राजयोग के अभ्यास द्वारा ही श्रेष्ठ देवता पद को प्राप्त किया। इतिहास की हूबहू पुनरावृत्ति होती है। शीघ्र ही भारत में श्रीकृष्ण जन्म लेगें। भूलोक स्वर्ग लोक बन जायेगा। हमें श्रीकृष्ण के जीवन से शिक्षा लेनी चाहिए। उनका जीवन सर्व गुण सम्पन्न था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नगरवासी एवं गणमान्य जन उपस्थित रहे।