युवाओं और महिलाओं की उन्नति के लिये किए जाएंगे हर संभव प्रयास
ग्वालियर। देशभर में अपनी पहचान रखने वाले ग्वालियर व्यापार मेले को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी व्यापार मेलों को प्रोत्साहित करने में रुचि ली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह बात कही।

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को श्रीमंत माधवराव सिंधिया व्यापार मेला के शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्यअतिथि यह बात कही। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं का विकेंद्रीकरण होना चाहिए। इस संकल्प के साथ विकास के प्रयास किए जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप निर्धन वर्ग युवाओं और महिलाओं की उन्नति के लिए हर संभव प्रयास होंगे।
मेला प्रतिवर्ष ग्वालियर में लगता है। इस मेले का अपना महत्व है। उन्होंने कहा कि मेला हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। मेले हमें प्राचीन समय से ही जोड़ने का काम करते हैं। इस मेले को और ऐतिहासिक बनाया जायेगा। ग्वालियर मेले के विकास में पूर्व केन्द्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने एक नई दिशा प्रदान की और क्षेत्रवासियों के लिए ग्वालियर व्यापार मेला एक प्रतीक बना। उन्होंने कहा कि सैलानियों को मेले में विक्रय कर पर 50 प्रतिशत की छूट का लाभ मिलता रहेगा।
शताब्दी पुराना है ग्वालियर मेला
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि लगभग 100 वर्ष से अधिक प्राचीन ग्वालियर मेले का इतिहास है। पिछले वर्ष कोरोना काल के बाद ग्वालियर व्यापार मेले ने जो उछाल ली और अब लगभग एक हजार करोड़ के व्यापार तक इसको पहुंचाना है। यह इस क्षेत्र की शान है। ग्वालियर अंचल के लोगों का इससे विशेष जुड़ाव है।
शुभारंभ समारोह में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, सामाजिक न्याय एवं कल्याण, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, एमएसएमई मंत्री चैतन्य कश्यप, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक प्रीतम लोधी, देवेंद्र जैन, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, पूर्व मंत्री इमरती देवी एवं कौशल शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में सूक्ष्म, लघु, माध्यम उद्यम विभाग के सचिव पी नरहरि ने अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान मेला व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया।