महिलाओं को आंगे कर हनुमान मंदिर की सम्पत्ति में अधिपत्य जमाना चाहते हैं अखिलेश पाण्डेय – अंतिमा मिश्रा
झूंठी शिकायत कराने झूंठा दस्तावेज तैयार कराने में माहिर हैं स्वयं भू नेता
कांग्रेस नेता के करतूतों का पुलिंदा चुरहट विधायक को सौंप कर की गई कार्रवाई की मांग
बीरबल समाचार सीधी।
जिले के रामपुर नैकिन थाना के पिपरांव पुलिस चौकी के कपुरी कोठार में स्थापित प्राचीन हनुमान मंदिर तालाब वाटिका को अपने आधीन करने की नियत से एक कांग्रेस नेता ( जो पाला बदलने में महारत हासिल कर रखा है )ने महिलाओं को आगे कर मंदिर में उतापात मचवाने लगा है जिससे मंदिर में आस्था रखने वाले पूजा करने आने से डर जाए तो पुजारी को डरा धमकाकर तालाब में मंदिर में कब्जा कर अपना कारोबार चालू कर सके उक्त आरोप पुस्तैनी पुजारी की पत्नी अंतिमा मिश्रा ने लगाते हुए कहा है।
श्रीमती मिश्रा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया की प्राचीन हनुमान मंदिर, तालाब वाटिका आदि का निर्माण लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व कपुरी कोठार के गहरवार परिवार की जमींन पर हनुमान भक्त भैसरहा गांव निवासी गुप्ता परिवार ने तालाब कूप मंदिर का निर्माण कराकर पूजा पाठ के सार्वजनिक तौर लोकार्पित कर पूजा अर्चना व देख रेख के लिए पुजारी के परिवार को सौंप दिया था जिसका शिलालेख आज भी मंदिर में मौजूद हैं। तब से मंदिर की पूजा अर्चन मेरे पूर्वजों के द्वारा की जाती रही 2012मे मेरे ससुर का निधन हो गया तब से मेरे पति हनुमान प्रसाद मिश्र पुजारी का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं साथ ही मंदिर के विकास के लिए लोगों से सहयोग लेकर निरंतर लगे हुए हैं मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है लोग खुलकर मदद कर रहे हैं जिससे मंदिर दार्शनिक तौर पर तैयार हो गया है जिसे देखकर भरतपुर सगौनी निवासी अखिलेश पाण्डेय पिता लक्ष्मीकांत पाण्डेय की नियत डगमगा गयी वो मंदिर को पर्यटन स्थल बना कर अपना रोजगार स्थापित करना चाह रहे हैं जिसके लिए श्री पाण्डेय ने पर्यटन विभाग के साथ एस डी एम कोर्ट में आवेदन किया था जिसकी भनक गांव के लोगों को हुई तो पुरजोर विरोध किया गया जिससे उनका आवेदन खारिज हो गया और किये गये कूट रचना के लिए पुलिस केश करने या न्यायालय जाने का सुझाव फैसले में दिया था जिसके आधार पर पुजारी ने अपना हस्ताक्षर न होने का चैलेंज किया है । मामला कोर्ट में चले जाने के कारण अखिलेश पांडेय तिलमिला उठा है, श्री पांडे परिवाद वापस करने का दबाव बनाने लगे किन्तु पुजारी नहीं झुके तो अखिलेश पाण्डेय मनगढ़ंत शिकायत करने और कराने लगे इसपर भी जब वो अपने मकसद में कामयाब नही हुए तो मेरी देवरानी अर्चना मिश्रा को दिल्ली से बुलवा कर मेरे घर में कलह करा रहे हैं इतना ही नहीं अखिलेश पाण्डेय के उकसावे पर देवरानी घर से दो सौ फुट दूर बनी मंदिर पहुंचकर मेरे परिवार हनुमान प्रसाद मिश्र पुजारी सहित मंदिर आने जाने वाले भक्तों के साथ मार पीट गाली गलौज करना आम बात हो गई है । आरोपिया और सहयोगियो के खिलाफ प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा कार्यवाही नहीं होने से उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं वे मंदिर में आने वाले लोगों से मार पीट करने लगे हैं हद तो तब हो गई जब अखिलेश पाण्डेय लोगों को डराने की नियत से फोन कर यह बताने लगे हैं की रामबिहारी पाण्डेय और सुधाकर द्विवेदी के साथ मारपीट के बाद अब नम्बर बसंत द्विवेदी का है इससे साफ जाहिर होता है की मंदिर में उतापात करने वाले महिला पुरुष अखिलेश पाण्डेय के कहने पर कर रहे हैं। इसीलिए पुलिस कोई कार्रवाई भी नहीं करती है ।
तीन घंटे चौकी में रहने के बाद भी नहीं लिखी रिपोर्ट
बीते 17/05/2025को मंदिर
