सरकारी डॉक्टर कर रहे प्राइवेट प्रैक्टिस, इलाज के लिए अस्पताल में भटक रहे मरीज : पंकज,

जिला अस्पताल में कब पूरी होगी डाक्टरों की कमी,स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पंकज सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल के बाहर डाक्टरों के प्रेक्टिस के नाम पर चल रहे निजी क्लीनिक पर कब रोक लगेगी और कब जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ सेवाएं मिलेंगी ? ये सवाल ऐसा है कि इसका उत्तर 22 साल से सत्ता में विराजमान भाजपा सरकार और उनके जनप्रतिनिधि नहीं दे पाए। ये वही जनप्रतिनिधि हैं जिनके द्वारा पोस्टर, फ्लैक्स और आमंत्रण पत्र में अपना नाम और फोटो न होने पर प्रशासन की ईंट से ईंट बजा दी जाती है लेकिन जिला अस्पताल कि बुनियादी सुविधा के लिए सबके मुँह में दही जम जाती है। कोई सत्ताधारी नेता ना कोई जनप्रतिनिधि बोलने को तैयार नहीं है, अब हाल ये है कि बीमार जिला अस्पताल की स्वास्थ व्यवस्था चौपट है, जहाँ अस्पताल में मरीजों की भरमार है पर इनके ईलाज के लिए डाक्टर नहीं है।  पंकज सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल में होने चाहिए 59 विशेषज्ञ डाक्टर पर वर्तमान स्थित में 14 डाक्टर हैं जो कि न के बराबर हैं, जो हैं भी वो भी खुद की क्लिनिक में प्रेक्टिस में व्यस्त हैं, अगर किसी मरीज के पास पैसे ना हों तो वो प्रायवेट क्लिनिक में कैसे इलाज करवाए। जहाँ 400 बेड का अस्पताल होने के बावजूद इस भीषण गर्मी में गंभीर मरीज का ईलाज के लिए अस्पताल में बने बरामदों में मरीज फर्श पर लेटकर बोतल और इंजेक्शन को लगवाने मजबूर हैं इससे भारी दुर्दशा क्या हो सकती है। सवाल आज का नहीं 22 साल से भारतीय जनता पार्टी कि सरकार के तरफ जनता टक टकी लगाए निहार रही है कि अब सुधरेगी, अब सुधरेगी लेकिन कब सुधरेगी जिला अस्पताल कि स्वास्थ व्यवस्था ? पंकज ने जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों और बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि स्वास्थय जैसी मूलभूत सुविधा पर समझौता किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। जिले की जनता अब और अपमान, लूट और मृत्यु बर्दाश्त नहीं करेगी।

 

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