पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री जल गंगा संवर्धन अभियान तथा पंच सरपंच सम्मेलन में हुए शामिल,

सरकार पंचायतों को आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य कर रही है- पंचायत मंत्री,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जल गंगा संवर्धन अभियान तथा पंच सरपंच सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि सरकार पंचायतों को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। सभी ग्राम पंचायतें अपने विकास की योजना बनाएं उन्हें पूरा करने सरकार उनके साथ खड़ी है। सरकार द्वारा राज्य वित्त, 15वें वित्त सहित अन्य स्त्रोतो से पंचायतों को विकास के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। पंचायतों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनने के लिए अपने आय के संसाधन भी बनाने होंगे। पंचायत मंत्री ने कहा कि पंचायतों को अधिकार सम्पन्न बनाया जा रहा है। सरपंचों को 25 लाख रूपये तक वित्तीय अधिकार दिये गये हैं। इसी प्रकार अधोसंरचना विकास के लिए भी पंचायतों को धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। क्लस्टर स्तरीय पंचायतों में 45.50 लाख रूपये तथा अन्य पंचायतो में 37.50 लाख रूपये से पंचायत भवन बनाये जा रहे हैं। सभी ग्राम पंचायतों में क्रमबद्ध तरीके से सामुदायिक भवन बनाये जायेगे। पंचायतों के प्रतिनिधियों को अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यो के प्रति भी सजग रहना होगा। जन हितैषी योजनाओं का लाभ लोगों को सहजता से दिलाना होगा। पंचायतों के विकास के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को आगे आना होगा।  पंचायत मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन में ग्राम पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारा प्रदेश नदियों का मायका है। प्रकृति की इस देन को अपनी भावी पीढ़ी के लिए सहेजना हमारी जिम्मेदारी है। पंचायत मंत्री ने कहा कि बड़ी नदियों का अस्तित्व उनमे मिलने वाली छोटी नदियों से ही है। हमें अपनी छोटी नदियों के स्त्रोंतो को बचाने में ध्यान देना होगा। नदियों के उद्गम स्थल को जीवन्त बनाएं। नदियों के किनारे पौधे लगाएं तथा वृक्ष बनने तक उनकी सुरक्षा करें। पंचायत मंत्री ने इस अभियान की सफलता के लिए शासन और प्रशासन को मिलकर बेहतर गति से कार्य करने के लिए कहा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान हम सभी के जीवन से जुड़ा अभियान है। अपने जल स्त्रोंतो को बचाने हम सभी को आगे आना होगा। जिन गांवो में नदियों के उद्गम स्थल हैं उसे संरक्षित करने का कार्य करें। सांसद डॉ राजेश मिश्रा ने कहा कि जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा नदियों के उद्गम स्थल को बचाने की पहल अनुकरणीय है। उनके नेतृत्व में प्रदेश में दुर्गम स्थलों पर पहुंचकर नदियों के संरक्षण का कार्य हो रहा है।  विधायक सीधी श्रीमती रीती पाठक ने अतिथियों का स्वागत किया। विधायक ने नदियों के उद्गम स्थल को संरक्षित करने के अभियान को सफल बनाने सभी से सहभागिता की अपील की।   कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने स्वसहायता समूह की दीदियों के उत्पादों पर आधारित प्रदर्शिनी का अवलोकन किया तथा उनकी सराहना की। इस अवसर पर विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम, विधायक सिहावल विश्वामित्र पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, उपाध्यक्ष श्रीमान सिंह, जनपद अध्यक्ष कुसमी श्यामवती सिंह, मझौली सुनैना सिंह, जनपद उपाध्यक्ष सीधी सुमन सिंह, जिला पंचायत सदस्य प्रदीप शुक्ला, मनोज सिंह, कृष्णलाल पयासी, पूजा सिंह कुशराम, हीराबाई सिंह, सरस्वती बहेलिया, सुमन कोल, गणमान्य नागरिक देव कुमार सिंह, लाल चन्द गुप्ता सहित जनपद सदस्य एवं पंच सरपंच उपस्थित रहे। साथ ही पुलिस अधीक्षक डॉ रविन्द्र वर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुमन राज, उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धनन्जय मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अशोक तिवारी सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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