साहित्य में तितिरा की समृद्धि परंपरा रही है: राहुल
– तितिरा शुक्लान में बघेली कवि सम्मेलन संपन्न,
बीरबल समाचार सीधी। तितिरा शुक्लान गांव की ज्ञान, शिक्षा, आध्यात्म तथा साहित्य के क्षेत्र में समृद्ध परंपरा रही है। इस धरती में अनेक विभूतियों ने जन्म लिया, जिन्होंने अपने ज्ञान विचार से क्षेत्र को प्राणवान बनाया। मुझे खुशी है कि उसी धरती के युवा साथियों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज बघेली कवि सम्मेलन का आयोजन किया है। चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल भैया रामपुर नैकिन के गांव तितिरा शुक्लान में आयोजित बघेली कवि सम्मेलन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने दिवंगत विभूतियों बद्री प्रसाद मिश्रा, रामाधार विद्रोही, अयोध्या प्रसाद शुक्ला तथा राजा प्रसाद शुक्ला का स्मरण करते हुए उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की और कहा कि इन विभूतियां के विचार और सृजन अनुकरणीय है जिससे हमें शिक्षा लेनी चाहिए। कवि सम्मेलन में बघेली बोली के शीर्ष कवि रामनरेश तिवारी निष्ठुर रीवा, सुदामा शरद सतना तथा राम भुवन निगम तितिरा शुक्लान को उनके उत्कृष्ट लेखन के लिए स्मृति चिन्ह भेंटकर अलंकृत किया गया। कवि सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता समाजसेवी डॉ. महेंद्र तिवारी ने की। इस मौके पर डॉ. महेंद्र सिंह चौहान ने भी अपना विचार व्यक्त किया। राहुल भैया सहित अन्य लोगों में जिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेंद्र भदौरिया, विधायक प्रतिनिधि भारत सिंह बघेल तथा वरिष्ठ समाजसेवी मथुरा प्रसाद पटेल मंचासीन रहे। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में बघेली कवि सम्मेलन में बघेलखंड के शीर्ष कवि रामनरेश तिवारी निष्ठुर, सुदामा शरद, शिव शंकर मिश्रा सरस, सोमेश्वर सिंह सोम, सूर्यमणि शुक्ला, हेमराज त्रिपाठी हंस, शिवपाल तिवारी, कुमारी स्नेहा त्रिपाठी खनक, राम लखन सिंह महगना, स्थानीय वरिष्ठ कवि राज करण शुक्ला, धीरेंद्र त्रिपाठी ने अपनी सारगर्भित कविताएं सुनाईं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राज तथा आभार कार्यक्रम के आयोजक सुधीर शुक्ला ने व्यक्त किया। बघेली कवि सम्मेलन सुधीर शुक्ला के दिवंगत पिता राजा प्रसाद शुक्ला के पुण्यस्मृति में किया गया था। कार्यक्रम में स्थानीय गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियो की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।