जिले में गहराया जलसंकट, जनता परेशान प्रशासन सुस्त और सरकार बेपरवाह – पंकज,

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पंकज सिंह ने सीधी जिले के ग्रामीण इलाकों में गहराए जल संकट को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि गाँव वाले पानी की कमी से परेशान हैं और प्रशासन मौन। जब प्रशासन को पता है कि हर साल पानी का स्तर नीचे जाने पर जल संकट गहरा जाता है तो जनवरी माह से ही कार्ययोजना क्यों तैयार नहीं की गई। उन्होंने शासन प्रशासन की लापरवाही पर आश्चर्य व्यक्त किया है और न केवल सीधी ग्रामीण बल्कि शहरी इलाके के लिये तत्काल पानी की वैकल्पिक व्यवस्था किये जाने का प्रशासन से आग्रह किया है। पंकज ने कहा कि सीधी जिले में हैण्ड पम्प की संख्या लगभग इक्कीस हजार छ सौ के करीब है कुछ बोर सुख गए है कुछ का जल स्तर गिर गया है कुछ मरम्मत योग्य है पर मरम्मत करने वाले कर्मचारी की संख्या बहुत कम है नियमानुसार एक मैकेनिक को अधिकतम 60 हैण्डपम्प की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए लेकिन इसके उलट एक मैकेनिक को तीन सौ हैंडपम्प के मरम्मत कि जिम्मेदारी दी गई है यह शासन की घोर लापरवाही का नमूना है। वर्षों से पीएचई में पद खाली पड़े हैं लेकिन शासन प्रशासन को कोई चिन्ता नहीं है। उन्हें पानी की कमी का एहसास ही नहीं है क्योंकि उनके घरों में तो भरपूर पानी आ रहा है। आम आदमी परेशान है। उन्हें पानी के लिये दरबदर भटकना पड़ रहा है। अकेले सीधी जिले में अधिकारी, कर्मचारी,लिपिक और मैकेनिक के कई पद वर्षों से रिक्त हैं। उपयंत्री के आधे पद खाली पड़े हैं। यह सोचने की बात है कि बिना स्टाफ और संसाधन के काम कैसे होगा। यही कारण है कि मैकेनिक हैंडपम्प की मरम्मत करने नहीं पहुंच रहे हैं।   प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। उन्होंने शासन से मांग की है कि समय रहते सीधी जिले की पानी की समस्या का निराकरण किया जाये।

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