पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभागार मे मासिक अपराध समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन,

अप्रैल माह का विगत त्रयवार्षिक अवलोकन कर पुलिस आधीक्षक नें दिए आवश्यक दिशा निर्देश, साथ ही NIC सीधी द्वारा iRad के सम्बन्ध मे किया गया प्रशिक्षित,
अपराध समीक्षा पश्चात पुलिस अधीक्षक ने साप्ताहिक जनसुनवाई में फरियादियों की सुनी फरियाद,
बीरबल समाचार सीधी। पुलिस अधीक्षक डॉ. रविंद्र वर्मा के कुशल नेतृत्व में आज दिनांक को पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित सभागार में मासिक क्राइम मीटिंग का आयोजन किया गया । मीटिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव, एसडीओपी चुरहट आशुतोष द्विवेदी, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती गायत्री तिवारी , NIC सीधी से जिला रोल आउट प्रबंधक आशुतोष सिंह,समस्त थाना एवं चौकी के प्रभारी तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय का स्टाफ मौजूद रहा। बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा सर्वप्रथम चुरहट अनुभाग के थानों की विगत वर्तमान माह के अपराध निराकरण का विगत के दो वर्षो के साथ तुलनात्मक अवलोकन किया गया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए इसके बाद क्रमशः अनुभाग सीधी व कुसमी के अपराधों की समीक्षा की गई ।
साथ ही निम्न बिंदुओं पर विशेष कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया,
गुम बालक / बालिकाओं को प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द ढूंढ़ कर लाएं, महिला एवं बच्चों के विरुद्ध घटित हुई अपराधों को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। महिला यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपियों की संपत्ति कुर्क की कार्रवाई करवाएं। वर्तमान मे युवाओं मे नशाखोरी की आदतें बढ़ रही जिससे आये दिन नशे मे असामाजिक तत्त्व भिन्न भिन्न अपराध घटित कर रहे हैँ इसलिए प्रतिबंधित नशीले पदार्थों को धर पकड़ कर कार्रवाई करें। जुआ सट्टा जैसे अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई करें। मोटरव्हीकल एक्ट के तहत, जिले मे मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने वालो पर समझाइश एवं कार्रवाई करें जिससे सड़क दुर्घटना को न्यूनतम किया जा सके।चोरी एवं गृहभेदन के आरोपियों को हिरासत में लेकर चोरी की गई संपत्ति का शत प्रतिशत वापस करवाने का प्रयास करें। अधिकतम अपराधों का निराकरण कर जल्द से जल्द कर पीड़ित को न्याय दिलाएं । आमजन द्वारा की गई शिकायत की जल्द से जल्द जांच कर उचित वैधानिक कार्रवाई कर शिकायतकर्ता को न्याय दिलवाएं। लोक शांति में बाधक तत्वों को न्यायालय द्वारा प्रतिबंधित कर कार्रवाई करवाएं। स्थाई एवं गिरफ्तारी वारंट के आरोपियों को शीघ्र अति शीघ्र गिरफ्तार कर न्यायालय पेश करें एवं लंबित की संख्या को शून्य पर लाएं। गंभीर एवं चिन्हित मामलों में ट्रायल की गति को बढ़वाकर आरोपियों को जल्द से जल्द सजायाब करवाएं साथ ही प्रयास करें कि किसी भी मामले में आरोपी बरी न होने पाए। खनिज का अवैध खनन एवं परिवहन करने वाले आरोपियों पर कठोर कार्यवाही कर प्रयुक्त वाहनों के राजसात की कार्यवाही करवाएं। सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दें। इसी दौरान पुलिस विभाग द्वारा सीसीटीएनएस पोर्टल पर दर्ज दुर्घटनाओं के आंकड़ों तथा e-dar में दर्ज आंकड़ों की भिन्नता को पूर्ण करने हेतु जिला रोल आउट प्रबंधक आशुतोष सिंह NIC सीधी के द्वारा प्रशिक्षित किया गया। अपराध समीक्षा बैठक के उपरांत तत्काल ही पुलिस अधीक्षक दवारा जनसुनवाई का आयोजन किया गया एवं जनसुनवाई मे आये फरियादियों की फरियाद सुनी गई। जन सुनवाई मे शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 80 से अधिक फरियादी अपनी फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आये थे, शिकायतों का सम्बन्ध लड़ाई-झगड़ा, जमीनी विवाद, आपसी लेनदेन, पारिवारिक विवाद, ऑनलाइन फ़्रॉड इत्यादि से था जिनकी समस्या सुनने के बाद सम्बंधित थाना / चौकी प्रभारियों को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया।