अभियान “सेफ क्लिक“ के दशवें दिन सीधी पुलिस द्वारा साइबर अपराध जागरूकता, बच्चों एवं बुजुर्ग जनों को लैंगिक शोषण और ऑनलाइन सुरक्षित रहने के उपायों के प्रति जागरूक करने के लिए पर अंतिम क्विज,धोखाधड़ी से बचने और गोपनीयता की रक्षा पर स्लोगन एनीमेशन वीडियो, के साथ-साथ साइबर सुरक्षा पहचाना की चोरी एवं सुरक्षित ब्राउजिंग तथा ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन की सुरक्षा पर साइबर विशेषज्ञ के माध्यम से जन जागरूकता अभियान का किया गया व्यापक प्रचार प्रसार,

विभिन्न स्कूल कॉलेज का भ्रमण कर सार्वजनिक स्थलों पर आयोंजित किया गया “सेफ क्लिक“ जागरूकता कार्यक्रम,

 

 

 

 

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। साइबर अपराधों की रोकथाम व आमजन को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिये पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा दिनांक 01.02.2025 से प्रारम्भ कर 11.02.2025 तक (सायबर सुरक्षा जागरूकता) ‘‘सेफ क्लिक’’ अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है इसी अनुक्रम में पुलिस अधीक्षक सीधी डॉ. रविन्द्र वर्मा के कुशल निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में आज दिनांक 10.02.2025 को अभियान के तहत विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एवं जिला व थाना स्तर पर स्कूल कालेज,सार्वजनिक व भीड़-भाड़ वाले जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को साइबर अपराध जागरूकता, बच्चों एवं बुजुर्गजनों को लैंगिक शोषण और ऑनलाइन सुरक्षित रहने के उपायों के प्रति जागरूक करने के लिए पर अंतिम क्विज,धोखाधड़ी से बचने और गोपनीयता की रक्षा पर स्लोगन एनीमेशन वीडियो, के साथ-साथ साइबर सुरक्षा पहचाना की चोरी एवं सुरक्षित ब्राउजिंग इत्यादि पर जागरूकता प्रसार किया जा रहा है।थाना जमोड़ी अंतर्गत टाटा कालेज में उप पुलिस अधीक्षक गायत्री तिवारी के नेतृत्व में जमोड़ी पुलिस नें साइबर जागरूकता हेतु छात्रों तथा शिक्षकों के मध्य में जागरूकता का प्रचार प्रसार किया तथा इसी क्रम में , थाना बहरी ग्राम परसवार में,मझौली द्वारा शासकीय हाई ताला व झुग्गी बस्ती मड़वास , वही ग्राम गोतरा एवं ग्राम खैरी थाना कुसमी, थाना भुइमाड़ द्वारा ग्राम घोरबंधा , थाना रामपुरनैकिन द्वारा प्राथमिक पाठशाला भितरी में कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों व आम जनता को जागरूक करने का कार्य किया गया। आयोजित कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा,पहचान की चोरी एवं सुरक्षित ब्राउजिंग पर एक क्विज़ का आयोजन किया साथ ही ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन पर विशेषज्ञों के माध्यम से सुरक्षित लेनदेन करने की समझाइश के साथ साइबर अपराध, महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में असुरक्षित इंटरनेट उपयोग के गंभीर परिणामों से अवगत कराया। छात्रों को साइबर जागरुकता संबंधी पोस्टर, पैम्फलेट वितरित कर साइबर अपराधों से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की समझाइश दी गई। आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में छात्रों को सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट ना स्वीकार करने, अपने किसी भी प्रकार का गुप्त पिन पासवर्ड किसी से साझा न करने, अनजान व्यक्तियों द्वारा भेजी गई किसी भी प्रकार की लिंक पर क्लिक न करने, किसी प्रकार की कोई एप्लीकेशन इंस्टॉल ना करने, सोशल मीडिया पर लालच में लेकर कस्टम ड्यूटी एक्सचेंज चार्ज आदि के नाम पर किसी प्रकार की राशि ने जमा न करने, व्हाट्सएप या अन्य मैसेंजर पर आने वाले वीडियो कॉल को स्वीकार न करने तथा अपनी निजी तस्वीरें, वीडियो सोशल मीडिया पर साझा ना करने की समझाइश दी गई। साथ ही छात्रों को बताया गया कि स्कूल-कॉलेज में छात्र-छात्राओं और आमजन को साइबर अपराध जैसे डाटा, सिम स्वेप, धोखाधड़ी, सोशल मीडिया, एपीके फाइल्स, फर्जी ट्रेडिंग स्टॉक मार्केट, फेक कॉल, डिजिटल अरेस्ट, फर्जी लोन एप्लीकेशन आदि के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी के संबंध में जानकारी देते हुए जागरूक किया। उन्होंने अनजान लिंक पर क्लिक न करने, पासवर्ड, ओटीपी और आधार नंबर जैसी जानकारी किसी से साझा न करने की सलाह दी। साथ ही साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, पॉलिसी फ्रॉड और गेम फ्रॉड के बारे में भी बच्चों को विस्तृत जानकारी दी जाकर अगर फ्राड के शिकार होते है तो सायबर हेल्पलाईन नंबर 1930 या नजदीकी पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई। कार्यक्रम के अंत मे स्कूल/कॉलेज के बच्चों एवं आम जन द्वारा शपथ ली गई कि खुद के साथ-साथ अपने परिवार जनों व आस पडोस के लोगो को भी जागरूक करेंगे, साइबर सुरक्षा , पहचाना चोरी और सुरक्षित ब्राउजिंग पर एक क्विज़ का आयोजन किया जाकर सुरक्षित ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन की प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एक अपील साझा की गयी ।

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