बांधवगढ़ से लौटा संजय टाइगर रिजर्व बाघ
2 वर्ष पहले मां से बिछड़ने पर किया गया था रेस्क्यू
50 कर्मचारियों और हाथी दल की ली गई मदद,

 

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। जिले के संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और बाघ की बढ़ोत्तरी हो गई है, मंगलवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक बाघ को उसके मूल निवास स्थान संजय टाइगर रिजर्व लाया गया। यह वही बाघ है, जिसे लगभग ढाई साल पहले मां से बिछड़ने के कारण संजय टाइगर रिजर्व से रेस्क्यू कर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भेजा गया था। रेस्क्यू के समय बाघ की उम्र लगभग दो वर्ष थी। अब वह चार वर्ष से अधिक का हो गया है। इस संबंध में संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र के आधिकारियों से मिली जानकारी अनुसार बाघ को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी परिक्षेत्र के बहेरहा इंक्लोजर के कक्ष नंबर 5 में रखा गया था। भोपाल से अनुमति मिलने के बाद इसे वापस लाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डॉक्टरों की टीम अधिकारियों सहित 50 से अधिक कर्मचारी और दो हाथी दल शामिल थे।
संजय टाइगर रिजर्व सीसीएफ अमित कुमार ने बताया कि बाघ को ट्रैक करने के लिए रेडियो कॉलर पहनाकर जंगल में छोड़ा गया है। पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा की गई।

 

दो वर्ष बाद वापस अपने घर लौटा बाघ,

 

संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र सीधी में दो वर्ष पूर्व अपनी मां से बिछड़ने के बाद उसके शावक को उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे 2 सालों से रखा गया था जिसकी जानकारी टाइगर रिजर्व के संचालक ने दी है। बतादे की उमरिया जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के बाड़े मे पल रहे बाघ को संजय गांधी टाईगर के जंगल मे छोड़ दिया गया है। बताया गया है कि करीब दो साल पहले संजय टाईगर रिजर्व मे मां की मौत के बाद अपनी बहन के साथ भटक रहे शावक को लाकर मगधी रेंज के बहेरहा बाड़े मे रखा गया था। पूरी तरह वयस्क हो जाने पर उसे वापस संजय गांधी टाईगर रिजर्व के मोहन रेंज मे छोड़ा गया।

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