तुलसीकृत में राम और बाल्मीकी में हैं सीता तत्व-बालाव्यंकटेश,

 

 

 

 

 

बीरबल समाचार सीधी। शहर के हृदयस्थल पर स्थित पूजा पार्क में विगत 3 जनवरी 2025 से संगीतमय श्री राम कथा चल रही है। यह कथा निरंतर 11 जनवरी तक चलेगी। कथा के सुधी प्रबक्ता तथा दृष्टान्तों और उद्धरणों के लव्ध प्रतिष्ठ कथा व्यास पं बालाव्यंकटेश शास्त्री अपनी अमृतमयी वाणी से श्रोताओं को लाभान्वित कराते रहेंगे। आज के कथा प्रसंग में ब्यास ने बताया कि भगवान श्री राम चित्रकूट में निस दिन बसते हैं लेकिन उनका दर्शन तभी होगा जब मानव अपने रसना और वासना में नियंत्रण करेगा। ऐसा करने से चित्रकूट की परिधि और चित्रकूट में निवास करने बाले राम सीता की महिमा को समझना संभव हो सकेगा। आगे महराज जी ने एक रोचक बात बताई कि माता जानकी रामजी को जयमाल तो पहना दिये लेकिन राघव के चरण कमल नही स्पर्श किये। सीता जी ने अपना भाव सुस्पष्ट किया कि सुनने में आया कि राम के चरण स्पर्श से कहीं दूसरी नारि न बन जाय क्योंकि मेरी उंगली में धारित अँगूठी में कुछ ऐसे ही धातु लगे हुए हैं। यदि दूसरी नारि बनी तो समस्या हो जायेगी।दूसरे भाव के अनुसार जानकी सोचीं कि जहाॅ चरण स्पर्श किये तहाॅ हमको भीतर ले जायेंगी सभी सहेलियाँ। फलतः देर तक श्रीराम के रूप रस के पान से बंचित होना पड़ेगा। आज की कथा प्रसंग का श्रवण करने पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, पूर्व मंत्री कमलेश्वर दिवेदी, पूर्व नपा अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह मुन्नू, पूर्व सीएमओ मुकुटधारी सिंह चौहान, नपा उपाध्यक्ष दान बहादुर सिंह, रुद्रप्रताप सिंह मडरिया,पूनम सोनी महिला मोर्चा अध्यक्ष भाजपा , एस पी शुक्ला सेनि अधीक्षण यंत्री, सुरेश प्रताप सिंह डेम्हा, विनोद मिश्रा पार्षद सहित शहर के अधिकारियों व्यापारियों एवं श्रद्धालु भक्तों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

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