पूर्ण आहुति व विशाल भंडारे के साथ नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का हुआ समापन।
चित्रकूट भगवान श्री राम की दिव्य स्थली है,:स्वामी प्रपन्नाचार्य सत्यता के मार्ग पर चलकर जीवन को सफल बनाया जा सकता है : माध्वाचार्य,
बीरबल समाचार सीधी बघवार। स्थानीय झिरिया हनुमान मंदिर परिसर में पुरानी लंका जानकी मैया सिद्ध पीठ चित्रकूट के पीठाधीश्वर अनंत विभूषित जगतगुरु स्वामी श्री रोहिणी प्रपन्नाचार्य जी के सानिध्य में संगीतमय श्रीराम कथा के साथ बीते 20, नवम्बर से आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ का समापन पूर्ण आहुति कर विशाल भंडारे के साथ किया गया। समापन अवसर पर स्वामी जगतगुरु ने बताया कि मानव जीवन के रूप में अवतरित भगवान श्री विष्णु ने 14, वर्ष के वनवास काल में 12, वर्ष चित्रकूट धाम में व्यतीत किया,जो एक दिव्य स्थली है।जगह जगह उनके अंशों का प्रमाण भी मिलते है,।सनातन धर्म में वर्णित कथा प्रसंग अनुसार धर्म के साक्षात विग्रह भगवान विष्णु श्री राम के मानव जीवन के जीने के लिए के कई, मार्मिक प्रसंगों का वर्णन है। उन्होंने कहा कि बुराई और असत्य ज्यादा दिनों तक नहीं रह सकते,उनका अंत निश्चित है,जो अधर्म पर धर्म की जीत यानी श्री राम तथा महाज्ञानी रावण की कथा में वर्णित है। स्वामी जी द्वारा सभी श्रृद्धालुओं से सत्य मार्ग पर चल कर मानव जीवन को धन्य करने हेतु प्रेरित किया गया। संगीतमय श्रीराम कथा प्रवचन के ख्यातिप्राप्त वक्ता स्वामी माध्वाचार्य जी द्वारा समापन अवसर श्रवण कराते हुए कहा गया कि रामायण में वर्णित श्रीराम कथा सामाजिक संस्कार तथा अच्छे बुरे की पहचान कराती है, सच्ची भक्ति से भगवान की प्राप्ति होती है, श्री राम नाम का जप करना चाहिये। ज्ञातव्य है कि क्षेत्र का झिरिया नामक स्थल समीपवर्ती गांव करियाझर में जन्मे अनंत विभूषित जगतगुरु रामदेशिका चार्य जी की तपस्थली है जो पुरानी लंका चित्रकूट के प्रथम पीठाधीश्वर रहे हैं। इसके पूर्व इसी स्थल पर 27, वर्षों पूर्व श्री विष्णु महायज्ञ का आयोजन हुआ था।आयोजित श्री राम महायज्ञ में वृह्म स्वरूप वृह्म चारी आश्रम गौरी घाट जबलपुर, जगतगुरु मधुसूदन आचार्य सुल्तानपुर अयोध्या, सागवाड़ा आश्रम, भास्करानंद जी महाराज, शालिगराम महराज, बालक दास महाराज गीता धाम जबलपुर के सहित तीन दर्जन संतों, पंडितों का सम्मिलन रहा। आयोजन समिति की सुव्यवस्था में समापन के पूर्व हजारों की संख्या में अनंत विभूषित जगतगुरु द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री महायज्ञ की पूर्ण आहुति कराई गई। यज्ञशाला में नौ दिनों से प्रज्जवलित महाअग्नि में श्रद्धालुओं द्वारा सैकड़ों की संख्या में हवन-पूजन किया गया तथा स्वामी जी से शंख चक्र लिया गया। साथ ही,भाव विभोर श्रृद्धालु जनों द्वारा यज्ञशाला की परिक्रमा स्वामी जी व संतो के साथ की गई। आयोजित कार्यक्रम के संचालक तथा मार्गदर्शक संत भागवताचार्य के मार्गदर्शन अनुसार आयोजन समिति द्वारा सभी पीठाधीश्वरों, संतों, पंडितों के सहित संगीत मंडली के सभी जनों का सम्मान मंच पर किया गया।आयोजन समिति के अध्यक्ष पदेन उपाध्यक्ष जनपद पंचायत रामपुर नैकिन ऋषिराज मिश्रा की सूझ-बूझ रूपी समन्वयात्मक व्यवस्था में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। ग्रामीण अंचल क्षेत्र के पूर्व जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के अध्यक्ष कृष्ण देव सिंह समाजसेवी वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश पाण्डेय, जनपद सभापति अरुण शेखर त्रिपाठी व महेंद्र सिंह भदौरिया आचार्य केशव प्रसाद पाण्डेय, जगन्निवास पाण्डेय, मुन्ना लाल तिवारी, चन्द्र मणि तिवारी, सुरेन्द्र तिवारी केदारनाथ तिवारी, शेष मणि तिवारी, आदि गणमान्य जनों एवं आयोजन समिति के उपाध्यक्ष रामायण प्रसाद द्विवेदी, कोषाध्यक्ष रामानुज तिवारी, संयोजक रामजी तिवारी, संरक्षक मनोज कुमार द्विवेदी, सचिव व प्रवक्ता उमानिवास मिश्रा, सहायक कोषाध्यक्ष उपेन्द्र मणि शर्मा व्यवस्थापक राममणि द्विवेदी नीलेश तिवारी दीपनारायण द्विवेदी, कोठारी रामजी तिवारी, राजेश तिवारी, लवकुश तिवारी बृजेन्द्र तिवारी तथा,शरद तिवारी, प्रेमनारायण तिवारी, शिवेन्द्र मिश्रा, कृष्ण कुमार द्विवेदी, अखिलेश मिश्र, इन्द्र मणि मिश्रा, पूर्व सरपंच संतोष तिवारी, बृजेश कुशवाहा, विभूषित भूषण शर्मा, रजनीश सिंह, अरविंद सिंह,आदि के सहित पटना मझिगवां, पिपरांव,बुढ़गौना, भरतपुर , बघवार, समीपवर्ती गांव हिनौती ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, तथा प्रमुख सम्मिलित सभी जनों द्वारा आयोजित तथा सम्पन्न हुई श्रीराम कथा महायज्ञ से समूचा क्षेत्र गौरवान्वित हुआ।