समाज में मानवता को प्रतिष्ठित करने वाली एक दिव्य चेतना है रामायण : स्वामी प्रपन्नाचार्य,
मन में हों श्री राम,तो भाग्य में रहेगा बैकुंठ धाम:माध्वाचार्य, आज होगा वृहद भंडारा,
बीरबल समाचार सीधी बघवार। सनातन धर्म में वर्णित कथा प्रसंग अनुसार धर्म के साक्षात विग्रह भगवान विष्णु श्री राम हैं, जो रामायण, श्री रामचरितमानस में उल्लेखित है।जो मानव को मानवीय धर्म बताने वाली तथा समाज में मानवता की प्रतिष्ठा करने वाली एक दिव्य चेतना को परिलक्षित करती है। जिसमें पारिवारिक स्नेह, मित्रवत व्यवहार तथा स्वामी सेवक के आदर्श का दिग्दर्शन है। श्रीराम कथा प्रमुख रूप से प्रेम संयोग,हास परिहास, आनंद उल्लास से जहां परिपूर्ण है , वहीं क्लेश, क्लांति , वियोग, व्याकुलता, विवशता, आदि वेदनाओं से आवृत है। स्वामी जी ने श्रवण कराते बताया कि श्रीराम भरत मिलाप भ्रातृत्व प्रेम है, शबरी प्रसंग निश्चल प्रेम भक्ति का प्रतीक है। इसी क्रम में हजारों श्रद्धालुओं को रोचकता मय श्रीराम कथा का श्रवण कराते हुए राष्ट्रीय प्रख्यात कथा वाचक स्वामी माध्वाचार्य जी ने बताया कि श्री रामायण सामाजिक शांति बनाए रखने का आधार है, जिसमें सत्य एवं न्याय के प्रति समर्पण का भाव है।*जिनके मन में श्री राम हैं भाग्य में उनके बैकुंठ धाम है। उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया, संसार में उनका कल्याण है*जो भक्ति का प्रमुख आधार मार्ग भी है। अमृतमय व्याख्यान करते हुए स्वामी जी द्वारा श्री राम कथा के अंतिम दिन श्रीराम चरित मानस में उल्लेखित सुंदर काण्ड, लंका काण्ड, उत्तर काण्ड में वर्णित कथा का सारांश श्रवण कराया गया।पुरानी लंका चित्रकूट परम धाम के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी श्री रोहिणी प्रपन्नाचार्य जी के सानिध्य में आयोजित श्री राम महायज्ञ के अंतिम दिन पूरा पांडाल मनमुग्ध रहा। विष्णु अवतारी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कथा का श्रवण , गीता धाम जबलपुर के स्वामी बालकदास जी महाराज, के सहित अयोध्या धाम, चित्रकूट धाम तथा अन्य पीठाधीश्वरों द्वारा कराया गया। झिरिया में आयोजित श्री राम महायज्ञ के आठवें दिन हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष स्वामी श्री बालकदास जी द्वारा पितृ एवं मातृ भक्ति को संगीतमय रूप में श्रोताओं को श्रवण कराया गया। संगीत मंडली प्रमुख स्थानीय ग्राम पटना निवासी संगीताचार्य अरगन बादक गायक संतोष कुमार मिश्र,मौरानीपुर उत्तरप्रदेश के तबला वादक रामदास शर्मा,पैड वादक विजय मिश्र,अरगन बादक महेश चौबे, वायलिन वादक मनीराम नागर की संगीत से चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के मार्गदर्शक तथा संचालक चित्रकूट धाम के संत भगवतदास जी महाराज के रोचकता पूर्ण संचालन से श्रीराम कथा के आठवें दिन प्रमुख रूप से समाजसेवी पूर्व जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के अध्यक्ष कृष्ण देव सिंह, चौकी प्रभारी शेष मणि मिश्रा, जगन्निवास पाण्डेय, शैलेन्द्र सिंह बड़खड़ा, जनपद सभापति अरुण शेखर त्रिपाठी,वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश पाण्डेय, आचार्य केशव प्रसाद पाण्डेय, प्रदीप पांडेय, वीरेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, सुरेश सिंह, विभूति भूषण शर्मा, अशोक पाण्डेय,,आदि वरिष्ठ श्रृद्धालु जनों के सहित समीपवर्ती दर्जन भर ग्रामों के हजारों रहवासी जनों की उपस्थिति से समूचा पांडाल मनमुग्ध रहा।आयोजन समिति के अध्यक्ष पदेन उपाध्यक्ष जनपद पंचायत रामपुर नैकिन ऋषिराज मिश्रा की सूझ-बूझ रूपी समन्वय से आयोजन समिति के उपाध्यक्ष रामायण प्रसाद द्विवेदी, कोषाध्यक्ष रामानुज तिवारी, संयोजक रामजी तिवारी, संरक्षक मनोज कुमार द्विवेदी, सचिव व प्रवक्ता उमानिवास मिश्रा, सहायक कोषाध्यक्ष उपेन्द्र मणि शर्मा व्यवस्थापक राममणि द्विवेदी नीलेश तिवारी दीपनारायण द्विवेदी, के सहित प्रमुख सम्मिलित सभी जनों द्वारा सभी दिव्य जनों का पांडाल में समापन अभिनंदन किया गया तथा भंडारे में सम्मिलित होने की जनापेक्षा व्यक्त की गई।