श्रीराम कथा प्रसंग तथा संतों के सत्संग में ही निहित है ईश्वरीय साधक भक्ति हैं : जगतगुरु,
भगवत भक्ति के प्रभाव से मिलती है शक्ति: माध्वाचार्य,
28, नवम्बर को होगा वृहद भण्डारा।
बीरबल समाचार सीधी बघवार। सनातन धर्म में वर्णित कथा प्रसंग अनुसार ईश्वरीय प्राप्ति के लिए भक्ति ही प्रमुख आधार मार्ग है। अमृतमय व्याख्यान करते हुए पुरानी लंका चित्रकूट परम धाम के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी श्री रोहिणी प्रपन्नाचार्य जी द्वारा ईश्वरीय भक्ति के नौ, पहलुओं का श्रवण कराया गया। उन्होंने बताया कि त्रेतायुग में भगवान विष्णु अवतारी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी द्वारा भक्ति माता शबरी के हाथों झूठे बेर खाकर श्रवण, कीर्तन, स्मरण,पादसेवन, अर्चना, वंदन, दास्य, संख्य, आत्म निवेदन से, परिभाषित नवधा भक्ति को बताया गया था। इसी क्रम में स्वामी श्री द्वारा रामचरितमानस के अयोध्या काण्ड अरण्य कांड किसकिंधा काण्ड में वर्णित श्रीराम कथा के सारांश का श्रवण कराया गया। इसी क्रम में राष्ट्रीय प्रख्यात श्री राम कथा वाचक स्वामी श्री माध्वाचार्य जी द्वारा वनवास काल में चित्रकूट धाम में दीनदयाल भगवान के भरत भ्रातृत्व मिलन का व्याख्यान किया गया,साथ ही प्रेम, सागर में समूचे पांडाल को मनमुग्ध किया गया। स्वामी जी द्वारा गुरु वशिष्ठ की महत्ता तथा माता कौशल्या, कैकेई, सुमित्रा की ममता को रोचकता पूर्ण रूप से श्रवण कराया गया। मानव के रूप अवतरित श्री राम की कथा को सर्वश्रेष्ठ बताया गया। झिरिया में आयोजित श्री राम महायज्ञ के छठवें सातवें दिन हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष स्वामी श्री बालकदास जी द्वारा पितृ एवं मातृ भक्ति को संगीतमय रूप में श्रोताओं को श्रवण कराया गया।स्वामी जी द्वारा अमृतमय व्याख्यान करते हुए श्रवण कराते हुए बताया गया कि मानवीय जीवन को धन्य करने का एकमात्र साधन भगवत भक्ति है।जो श्री राम महायज्ञ का आयोजन है, जिसमें सहभागी बनकर मानवीय जीवन को सफल एवं स्वर्णिम बनाने का अवसर मिला है।समूचे क्षेत्र के कल्याण हेतु क्षेत्र की तपस्थली झिरिया में पुरानी लंका चित्रकूट धाम के पीठाधीश्वर श्री जी के सानिध्य में बीते 20, नवम्बर से आयोजित श्रीराम महायज्ञ में वृह्म स्वरूप वृह्म चारी जी महाराज गौरी घाट जबलपुर, जगतगुरु मधुसूदनाचारय सुल्तानपुर अयोध्या, सागवाड़ा स्वामी जी महाराज, भास्करानंद जी महाराज चित्रकूट आदि आचार्यों के साथ विभिन्न धार्मिक पीठों के पीठाधीश्वरों का समागम गरिमामय है। संगीत मंडली प्रमुख स्थानीय ग्राम पटना निवासी अरगन बादक गायक संतोष कुमार मिश्र,मौरानीपुर उत्तरप्रदेश के तबला वादक रामदास शर्मा,पैड वादक विजय मिश्र,अरगन बादक महेश चौबे, वायलिन वादक मनीराम नागर की संगीत से चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के मार्गदर्शक तथा संचालक चित्रकूट धाम के संत भगवतदास जी महाराज के रोचकता पूर्ण संचालन से श्रीराम कथा के सातवें दिन प्रमुख रूप से समाजसेवी वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश पाण्डेय, प्राचार्य अतुल कुमार पाण्डेय, मैकेनिकल महाप्रबंधक अनिल पाण्डेय आचार्य केशव प्रसाद पाण्डेय, प्रदीप पांडेय, वीरेंद्र सिंह,आदि वरिष्ठ श्रृद्धालु जनों के सहित समीपवर्ती दर्जन भर ग्रामों के हजारों रहवासी जनों की उपस्थिति से समूचा पांडाल मनमुग्ध रहा।आयोजन समिति के अध्यक्ष पदेन उपाध्यक्ष जनपद पंचायत रामपुर नैकिन ऋषिराज मिश्रा की सूझ-बूझ रूपी समन्वय से आयोजन समिति के उपाध्यक्ष रामायण प्रसाद द्विवेदी, कोषाध्यक्ष रामानुज तिवारी, संयोजक रामजी तिवारी, संरक्षक मनोज कुमार द्विवेदी, सचिव व प्रवक्ता उमानिवास मिश्रा, सहायक कोषाध्यक्ष उपेन्द्र मणि शर्मा व्यवस्थापक राममणि द्विवेदी नीलेश तिवारी दीपनारायण द्विवेदी, के सहित प्रमुख सम्मिलित सभी जनों द्वारा समूचे क्षेत्र के रहवासियों से सहभागितापूर्ण अधिकाधिक संख्या में पहुंचने तथा सहयोग की अपील करते हुए अपेक्षा व्यक्त की गई है।