कलश यात्रा के साथ पूजा पार्क में श्रीमद्भागवत कथा शुरू,
बीरबल समाचार सीधी।
पूजा पार्क सीधी में भव्य कलश यात्रा फूलमती मंदिर से चलकर आज प्रथम दिन प्रतिष्ठित हुई। श्रद्धालु भक्तों द्वारा व्यासपीठ एवं कथा व्यास पं बालाव्यंकटेश जी महराज वृन्दावनोपासक का माल्यार्पण से स्वागत वन्दन किया गया।आज की कथा में अध्यक्ष श्रीमती कुमुदिनी सिंह,बरिष्ठ अधिअंजनीस लालमणि सिंह,आयोजकस्य मण्डल के सदस्य हजारी लाल गुप्त डाढी,अंजनी सिंह सौरभ,अरुणकुमार दुबे,अशोक सोनी,,धीरेन्द्र सिंह परिहार ,नीलाम्बर सिंह, आर पी पाण्डेय प्राचार्य, पत्रकार रमारमा पाण्डेय, पवनकुमार,तथा डाॅ श्रीनिवास सरस ने व्यासपीठ की पूजा और ब्यास जी का अभिनन्दन किया गया।श्रीमद्भागवत कथा को मंगलाचरण के माध्यम से आयाम देते हुए ब्यास जी महराज ने बताया कि शुकदेव और परीक्षित की कथा में तीन तत्व विशेष उल्लेखनीय हैं।पहला प्रतीक्षा दूसरा परीक्षा और तीसरा समीक्षा।इन तीनों सूत्रों की विस्तार से व्याख्या करते हुए महराज जी ने समुपस्थित भक्तों से कहा कि राजा परीक्षित का इन्ही तीन अवयवों ने कल्याण किया है। कथा के महत्व को अनेक उद्धरणों तथा दृष्टान्तों के माध्यम से ब्यास जी ने बताया कि कथा में मनसा बाचा कर्मणा से प्रवेश करना चाहिए। आगे व्यास जी ने बतायाकि हमारे भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप शच्चिदानन्द है। कथा व्यास जी ने यह भी कहा कि यह राम वर्ष है इसीलिए हमारे अयोध्यापति की प्रतिष्ठा धूम धाम से हो रही है। कथा के बीच में प्रसंगानुसार भजन होने से कथा में आरती तक रोचकता बनी रही।आजके मंच संचालन का दायित्व सोमालोब साहित्यिक मंच के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ श्रीनिवास शुक्ल सरस ने किया।श्री कृष्ण रसामृत समिति के पदाधिकारियों ने यह भी बताया की यह कथा 19जनवरी तक चलेगी।